मोगादिशु : अफ्रीकी देश सोमालिया में चुनाव में देरी होने को लेकर हुई हिंसा के दो दिन बाद देश के विदेश मंत्रालय ने 'बाहरी ताकतों' पर समस्याएं बढ़ाने का आरोप लगाया है.
सोमालिया में चुनाव में देरी होने को लेकर हुए हिंसक प्रदर्शनों में कम से कम पांच सैनिक मारे गए गए थे और एक दर्जन से अधिक लोग जख्मी हुए थे, जिनमें अधिकतर आम आदमी हैं.
सोमालिया के राष्ट्रपति मोहम्मद अब्दुल्लाही मोहम्मद काफी दबाव का सामना कर रहे हैं, क्योंकि देश में आठ फरवरी को चुनाव होना था, लेकिन उस दिन मतदान नहीं हो सका. दरअसल, इस बात पर कोई सहमति नहीं बन सकी थी कि चुनाव कैसे कराया जाए.
सोमालिया के कुछ लोग राष्ट्रपति के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं.
विदेश मंत्रालय ने रविवार को जारी एक बयान में आरोप लगाया है कि एक देश गलत जानकारी, तथ्यहीन एवं गुमराह करने वाले बयान जारी कर रहा है, जो विद्रोह का समर्थन करते हुए प्रतीत होते हैं.
हालांकि, बयान में किसी देश का नाम नहीं लिया गया है, लेकिन यह स्पष्ट है कि संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) का हवाला दिया जा रहा है, जिसने हिंसा की आलोचना की थी.
यूएई ने शनिवार को एक बयान में कहा था, 'यूएई ने सोमालिया की राजधानी मोगादिशु में हालात बिगड़ने पर गंभीर चिंता प्रकट की है.'
सोमालिया के सूचना मंत्री उस्मान डबे ने यूएई के बयान का रोषपूर्ण जवाब देते हुए कहा है कि यह भड़काऊ है. उन्होंने कहा कि यूएई को माफी मांगनी चाहिए.
चुनाव में देरी होने पर सोमालिया और यूएई के बीच बढ़ा तनाव - मोगादिशु
सोमालिया में हुई हिंसा के दो दिन बाद देश के विदेश मंत्रालय ने बाहर से आए लोगों पर समस्या बढ़ाने का आरोप लगाया है. हिंसक प्रदर्शनों में कम से कम पांच सैनिक मारे गए गए थे और एक दर्जन से अधिक लोग जख्मी हुए थे.
मोगादिशु : अफ्रीकी देश सोमालिया में चुनाव में देरी होने को लेकर हुई हिंसा के दो दिन बाद देश के विदेश मंत्रालय ने 'बाहरी ताकतों' पर समस्याएं बढ़ाने का आरोप लगाया है.
सोमालिया में चुनाव में देरी होने को लेकर हुए हिंसक प्रदर्शनों में कम से कम पांच सैनिक मारे गए गए थे और एक दर्जन से अधिक लोग जख्मी हुए थे, जिनमें अधिकतर आम आदमी हैं.
सोमालिया के राष्ट्रपति मोहम्मद अब्दुल्लाही मोहम्मद काफी दबाव का सामना कर रहे हैं, क्योंकि देश में आठ फरवरी को चुनाव होना था, लेकिन उस दिन मतदान नहीं हो सका. दरअसल, इस बात पर कोई सहमति नहीं बन सकी थी कि चुनाव कैसे कराया जाए.
सोमालिया के कुछ लोग राष्ट्रपति के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं.
विदेश मंत्रालय ने रविवार को जारी एक बयान में आरोप लगाया है कि एक देश गलत जानकारी, तथ्यहीन एवं गुमराह करने वाले बयान जारी कर रहा है, जो विद्रोह का समर्थन करते हुए प्रतीत होते हैं.
हालांकि, बयान में किसी देश का नाम नहीं लिया गया है, लेकिन यह स्पष्ट है कि संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) का हवाला दिया जा रहा है, जिसने हिंसा की आलोचना की थी.
यूएई ने शनिवार को एक बयान में कहा था, 'यूएई ने सोमालिया की राजधानी मोगादिशु में हालात बिगड़ने पर गंभीर चिंता प्रकट की है.'
सोमालिया के सूचना मंत्री उस्मान डबे ने यूएई के बयान का रोषपूर्ण जवाब देते हुए कहा है कि यह भड़काऊ है. उन्होंने कहा कि यूएई को माफी मांगनी चाहिए.