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राष्ट्रपति कोविंद ने गाम्बिया की संसद को संबोधित किया

राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद गाम्बिया के तीन दिवसीय दौरे पर हैं. अपने दौरे के दूसरे दिन राष्ट्रपति ने गाम्बिया की संसद को संबोधित किया. अपने संबोधन में राष्ट्रपति ने भारत और अफ्रीका प्राकृतिक साझेदार बताया. पढ़ें पूरी खबर...

राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद
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Published : Aug 1, 2019, 11:59 PM IST

Updated : Aug 2, 2019, 12:04 AM IST

बांजुलः गाम्बिया की संसद को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने भारत और अफ्रीका को प्राकृतिक सहयोगी बुलाते हुए कहा कि, पिछले पांच वर्षों में संसाधन संपन्न महाद्वीपों के साथ भारत के राजनीतिक जुड़ाव में 'अभूतपूर्व परिवर्तन' हुआ है.

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गाम्बिया की संसद को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद

जानकारी के लिए बता दें गाम्बिया से पहले राष्ट्रपति कोविंद बेनिन गए थे और गाम्बिया से गिनी गणराज्य की यात्रा पर जाएंगे.

गौरतलब है कि किसी भारतीय राष्ट्रपति द्वारा इन पश्चिम अफ्रीकी देशों की यह पहली यात्रा है.

इन देशों में भारत का अपना दूतावास नहीं है. हालांकि, भारत देश ने अफ्रीका में 18 नए दूतावास बनाने का फैसला लिया है, जिनमें से सात पश्चिम अफ्रीका में होंगे.

राष्ट्रपति कोविंद ने कहा, भारत और अफ्रीका प्राकृतिक साझेदार हैं. 2015 में भारत में आयोजित तीसरे भारत-अफ्रीका फोरम शिखर सम्मेलन में हमने 41 राष्ट्राध्यक्षों और सरकारों का स्वागत करके खुद को सम्मानित महसूस किया. यह हमारा सौभाग्य था कि 2017 में अफ्रीकी विकास बैंक की वार्षिक बैठक को पहली बार हमने आयोजित किया था.

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गाम्बिया की संसद

राष्ट्रपति कोविंद कहते हैं कि भारत और अफ्रीका विकास की समान चुनौतियों को साझा करते हैं. दोनों ही समान जरुरतों से प्रेरित हैं. अफ्रीका की आर्थिक स्तिथी और भारत का विकास एक दूसरे के पूरक हो सकते हैं.

पढ़ें-भारत ने गाम्बिया को दिए 50 हजार अमेरिकी डॉलर, जानें मकसद

आपको बता दें दक्षिण एशिया के बाद, अफ्रीकी महाद्वीप भारतीय विदेशी सहायता का सबसे बड़ा प्राप्तकर्ता है.

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गाम्बिया के राष्ट्रपति बैरो के साथ राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद

उन्होंने कहा कि भारत की परियोजनाओं से अफ्रीकी महाद्वीप के लोगों के जीवन की गुणवत्ता पर बहुत फर्क पड़ा है.

राष्ट्रपति कहते हैं, 'अफ्रीका और भारत एक साथ एक तिहाई मानवता का प्रतिनिधित्व करते हैं. हम वैश्विक स्तर पर युवाओं का भी प्रतिनिधित्व करते हैं. दुनिया जलवायु परिवर्तन, शांति और सुरक्षा और वैश्विक शासन के सार्थक समाधान खोज रही है, उनकी आवाज को सुना जाना चाहिए. भारत-अफ्रीका की कहानी अभूतपूर्व उपलब्धियों मे से एक है.'

आपको बता दें कि गाम्बिया की नेशनल असेंबली की इमारत भारत द्वारा वित्तीय सहायता से बनाई गई है.

राष्ट्रपति ने कहा कि भारत गाम्बिया की क्षमता को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है. इससे देश का विकास हो सकेगा और लोकतंत्र स्थापित किया जा सकेगा.

भारत ने गाम्बिया में ग्रामीण विकास, कृषि, पेयजल, स्वास्थ्य सेवा और भौतिक बुनियादी ढांचे को स्थापित करने के लिए 78.5 मिलियन अमेरिकी डॉलर की वित्तीय सहायता कर चुका है. इसमें 92 मिलियन डॉलर की बढ़ोतरी की गई है.

बांजुलः गाम्बिया की संसद को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने भारत और अफ्रीका को प्राकृतिक सहयोगी बुलाते हुए कहा कि, पिछले पांच वर्षों में संसाधन संपन्न महाद्वीपों के साथ भारत के राजनीतिक जुड़ाव में 'अभूतपूर्व परिवर्तन' हुआ है.

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गाम्बिया की संसद को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद

जानकारी के लिए बता दें गाम्बिया से पहले राष्ट्रपति कोविंद बेनिन गए थे और गाम्बिया से गिनी गणराज्य की यात्रा पर जाएंगे.

गौरतलब है कि किसी भारतीय राष्ट्रपति द्वारा इन पश्चिम अफ्रीकी देशों की यह पहली यात्रा है.

इन देशों में भारत का अपना दूतावास नहीं है. हालांकि, भारत देश ने अफ्रीका में 18 नए दूतावास बनाने का फैसला लिया है, जिनमें से सात पश्चिम अफ्रीका में होंगे.

राष्ट्रपति कोविंद ने कहा, भारत और अफ्रीका प्राकृतिक साझेदार हैं. 2015 में भारत में आयोजित तीसरे भारत-अफ्रीका फोरम शिखर सम्मेलन में हमने 41 राष्ट्राध्यक्षों और सरकारों का स्वागत करके खुद को सम्मानित महसूस किया. यह हमारा सौभाग्य था कि 2017 में अफ्रीकी विकास बैंक की वार्षिक बैठक को पहली बार हमने आयोजित किया था.

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गाम्बिया की संसद

राष्ट्रपति कोविंद कहते हैं कि भारत और अफ्रीका विकास की समान चुनौतियों को साझा करते हैं. दोनों ही समान जरुरतों से प्रेरित हैं. अफ्रीका की आर्थिक स्तिथी और भारत का विकास एक दूसरे के पूरक हो सकते हैं.

पढ़ें-भारत ने गाम्बिया को दिए 50 हजार अमेरिकी डॉलर, जानें मकसद

आपको बता दें दक्षिण एशिया के बाद, अफ्रीकी महाद्वीप भारतीय विदेशी सहायता का सबसे बड़ा प्राप्तकर्ता है.

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गाम्बिया के राष्ट्रपति बैरो के साथ राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद

उन्होंने कहा कि भारत की परियोजनाओं से अफ्रीकी महाद्वीप के लोगों के जीवन की गुणवत्ता पर बहुत फर्क पड़ा है.

राष्ट्रपति कहते हैं, 'अफ्रीका और भारत एक साथ एक तिहाई मानवता का प्रतिनिधित्व करते हैं. हम वैश्विक स्तर पर युवाओं का भी प्रतिनिधित्व करते हैं. दुनिया जलवायु परिवर्तन, शांति और सुरक्षा और वैश्विक शासन के सार्थक समाधान खोज रही है, उनकी आवाज को सुना जाना चाहिए. भारत-अफ्रीका की कहानी अभूतपूर्व उपलब्धियों मे से एक है.'

आपको बता दें कि गाम्बिया की नेशनल असेंबली की इमारत भारत द्वारा वित्तीय सहायता से बनाई गई है.

राष्ट्रपति ने कहा कि भारत गाम्बिया की क्षमता को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है. इससे देश का विकास हो सकेगा और लोकतंत्र स्थापित किया जा सकेगा.

भारत ने गाम्बिया में ग्रामीण विकास, कृषि, पेयजल, स्वास्थ्य सेवा और भौतिक बुनियादी ढांचे को स्थापित करने के लिए 78.5 मिलियन अमेरिकी डॉलर की वित्तीय सहायता कर चुका है. इसमें 92 मिलियन डॉलर की बढ़ोतरी की गई है.

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GAMBIA-PREZ-ADDRESS
India, Africa natural partners: President
         Banjul (Gambia), Aug 1 (PTI) Calling India and Africa natural partners, President Ram Nath Kovind has said that in the last five years there has been an "unprecedented transformation" of India's political engagement with the resource-rich continent.
         Addressing the National Assembly of the Gambia, President Kovind on Wednesday said that in the last five years, Indian leadership has visited 30 African countries at the level of President, Vice President and Prime Minister.
         "There has, indeed, been an unprecedented transformation of our political engagement with Africa," said the President, who arrived here on Tuesday on the second leg of his three-nation tour.
          Before the Gambia, President Kovind visited Benin and would be travelling to the Republic of Guinea. It is the first-ever state visit to these West African countries by an Indian President.
         India does not have its embassy these countries. However, the country has decided to open 18 new embassies in Africa, seven of them in West Africa.
          "India and Africa are natural partners. In this embrace, we have been guided by our deep historical connect and solidarity. We were honoured to receive 41 Heads of State and Governments at the third India-Africa Forum Summit held in India in 2015. We were equally privileged to host, and for the first time, the African Development Bank Annual Meeting in India in 2017," he said.
         Underlining that India and Africa share the same development challenges and are both driven by similar imperatives, Kovind said, Africa's economic projection and India's growth can complement each other.
         "Our trade and investment relations are growing. Our bilateral trade stood at over USD 62 billion for 2017-18. India has become the fifth largest investor in Africa with cumulative investments at over USD 54 billion. The African Continental Free Trade Area Agreement launched this month will make Africa the largest free trade area in the world.
         India views this development as yet another opportunity to boost economic ties with Africa, he said
         The development cooperation, based on African priorities and sustainable partnerships, is a key feature of India's engagement with the continent, he said.
         After South Asia, the African continent is the largest recipient of Indian overseas assistance. 181 Lines of Credit have been extended to 41 countries for a total amount of USD 11 billion.
         He said India's projects have made a great difference to the quality of life of the African people, all over the African continent.
         "Africa and India together represent one-third of humanity. We also represent the bulk of global youth. As the world seeks meaningful solutions to climate change, peace and security and global governance, their voice must be heard. The India-Africa story is one of unprecedented achievement and optimism," he said.
         The National Assembly Building of the Gambia has been built by India under concessional financing arrangement.
         "It stands tall as a shining example for India and The Gambia friendship and our shared democratic ethos," he said.
         The President said that India remains committed to strengthening Gambia's capacity to build institutions and help democracy deliver.
         India has provided concessional lines of credit worth USD 78.5 million to support the Gambia's programmes of rural development, agriculture, drinking water, healthcare and setting up physical infrastructure. Another line of credit of USD 92 million has been extended. PTI PMS AKJ         
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Last Updated : Aug 2, 2019, 12:04 AM IST
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