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विवादों के बाद राजकीय सम्मान के साथ रॉबर्ट मुगाबे का अंतिम संस्कार - last rites of robert mugabe

लंबी बीमारी के बाद जिम्बाव्बे के पूर्व नेता रॉबर्ट मुगाबे का सिंगापुर में 95 वर्ष की उम्र में निधन हो गया था. मुगाबे के निधन के बाद उनाक पार्थिव शरीर बुधवार को जिम्बाव्बे लाया गया. कुछ विवादों के बाद रॉबर्ट मुगाबे का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. पढ़ें पूरी खबर...

रॉबर्ट मुगाबे (फाईल फोटो)
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Published : Sep 15, 2019, 11:17 AM IST

Updated : Sep 30, 2019, 4:23 PM IST

हरारे: जिम्बाव्बे में शनिवार को पूर्व नेता रॉबर्ट मुगाबे का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया और अफ्रीकी नेताओं ने श्रद्धांजलि देते हुए उन्हें 'मुक्ति नायक' बताया. वैसे उनका 37 साल का शासन दमन और आर्थिक उथलपुथल को लेकर विशेष रूप से जाना जाता है.

मुगाबे की पिछले हफ्ते 95 साल की उम्र में सिंगापुर में मृत्यु हो गयी थी, जहां वह इलाज के लिए गए थे. उनका देश दशकों के संकट के बाद उच्च मुद्रास्फीति और संसाधनों की कमी से जूझ रहा है.

करीब दो साल पहले सेना के पूर्व निष्ठावानों ने उन्हें सत्ता से हटने के लिए बाध्य किया था. ऐसी धारणा बन गई थी कि वह अपनी पत्नी ग्रैस को अपना उत्तराधिकारी बनाने की कोशिश में हैं, जिसके बाद सत्तासंघर्ष और तख्तपलट हुआ था.

दक्षिण अफ्रीका के सीरिल रामफोसा और केन्या के उहुरू केन्याटा समेत अफ्रीका के पूर्व और वर्तमान नेता उनके अंतिम संस्कार में पहुंचे. वैसे इस कार्यक्रम के दौरान नेशनल स्टेडियम की 60 हजार सीटों में से आधे से भी कम भरी थी.

पढ़ें-रॉबर्ट मुगाबे एक क्रांतिकारी; और एक अत्याचारी

जिम्बाव्बे के हरे, काले और लाल रंग के झंडे में लिपटी मुगाबे की शवपेटिका स्टेडियम में लाई गई. उसके साथ एक मिलिट्री बैंड और अधिकारियों का एक दल था. उनकी पत्नी काले कपड़े में पीछे-पीछे चल रही थीं. इस मौके पर परिवार के अन्य सदस्य भी मौजूद थे.

अफ्रीकी नेताओं, क्यूबा, रूस और चीन के अधिकारियों ने मुगाबे के औपनिवेशक दौर के गुरिल्ला नेता के अतीत को लेकर अखिल अफ्रीकी नायक के रूप में याद किया.

जिम्बाव्बे के राष्ट्रपति इमर्सन मनाग्वा ने कहा, 'हम अफ्रीका के इस महत्वपूर्ण व्यक्ति का सम्मान करते हैं और याद करते हैं. उनके कई सहयोगी और अनुयायी थे.'

जानकारी के लिए बता दें, मुगाबे का पार्थिव शरीर बुधवार को सिंगापुर से जिम्बाव्बे लाया गया था.

हरारे: जिम्बाव्बे में शनिवार को पूर्व नेता रॉबर्ट मुगाबे का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया और अफ्रीकी नेताओं ने श्रद्धांजलि देते हुए उन्हें 'मुक्ति नायक' बताया. वैसे उनका 37 साल का शासन दमन और आर्थिक उथलपुथल को लेकर विशेष रूप से जाना जाता है.

मुगाबे की पिछले हफ्ते 95 साल की उम्र में सिंगापुर में मृत्यु हो गयी थी, जहां वह इलाज के लिए गए थे. उनका देश दशकों के संकट के बाद उच्च मुद्रास्फीति और संसाधनों की कमी से जूझ रहा है.

करीब दो साल पहले सेना के पूर्व निष्ठावानों ने उन्हें सत्ता से हटने के लिए बाध्य किया था. ऐसी धारणा बन गई थी कि वह अपनी पत्नी ग्रैस को अपना उत्तराधिकारी बनाने की कोशिश में हैं, जिसके बाद सत्तासंघर्ष और तख्तपलट हुआ था.

दक्षिण अफ्रीका के सीरिल रामफोसा और केन्या के उहुरू केन्याटा समेत अफ्रीका के पूर्व और वर्तमान नेता उनके अंतिम संस्कार में पहुंचे. वैसे इस कार्यक्रम के दौरान नेशनल स्टेडियम की 60 हजार सीटों में से आधे से भी कम भरी थी.

पढ़ें-रॉबर्ट मुगाबे एक क्रांतिकारी; और एक अत्याचारी

जिम्बाव्बे के हरे, काले और लाल रंग के झंडे में लिपटी मुगाबे की शवपेटिका स्टेडियम में लाई गई. उसके साथ एक मिलिट्री बैंड और अधिकारियों का एक दल था. उनकी पत्नी काले कपड़े में पीछे-पीछे चल रही थीं. इस मौके पर परिवार के अन्य सदस्य भी मौजूद थे.

अफ्रीकी नेताओं, क्यूबा, रूस और चीन के अधिकारियों ने मुगाबे के औपनिवेशक दौर के गुरिल्ला नेता के अतीत को लेकर अखिल अफ्रीकी नायक के रूप में याद किया.

जिम्बाव्बे के राष्ट्रपति इमर्सन मनाग्वा ने कहा, 'हम अफ्रीका के इस महत्वपूर्ण व्यक्ति का सम्मान करते हैं और याद करते हैं. उनके कई सहयोगी और अनुयायी थे.'

जानकारी के लिए बता दें, मुगाबे का पार्थिव शरीर बुधवार को सिंगापुर से जिम्बाव्बे लाया गया था.

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Last Updated : Sep 30, 2019, 4:23 PM IST
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