न्यूयॉर्क: संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की ब्रीफिंग में, भारतीय काउंसलर आर मधु सूदन ने कहा कि लीबिया में राष्ट्रपति और संसदीय चुनाव को जल्द से जल्द कराना समय की मांग है. लीबिया में गंभीर सुरक्षा चुनौतियां बनी हुई हैं, जिसमें त्रिपोली और उसके आसपास सशस्त्र समूहों की कथित लामबंदी शामिल है.
भारतीय काउंसलर ने कहा कि, साल 2020 के बाद से हासिल की गई प्रगति को कमजोर करने वाले सभी रूपों की हिंसा के खिलाफ स्पष्ट संदेश होना चाहिए. अपने बयान में उन्होंने यह भी कहा कि, 'इसके साथ ही यह प्राथमिकता भी सुनिश्चित करनी चाहिए कि चुनाव को जल्द से जल्द कराया जाए और यह स्वतंत्र, निष्पक्ष, समावेशी और विश्वसनीय तरीके से हो.
उन्होंने यह भी कहा कि, कोई भी राजनीतिक प्रक्रिया पूरी तरह से लीबिया के नेतृत्व वाली और लीबिया के स्वामित्व वाली होनी चाहिए. लीबिया की संप्रभुता, एकता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा करने की आवश्यकता है. फिलहाल लीबिया में सभी राजनीतिक असहमति के शांतिपूर्ण ढंग से हल होने की उम्मीद की जा रही है.
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वहीं अफ्रीका में बढ़ते आतंकवाद के खतरे(विशेष रूप से साहेल क्षेत्र में) की ओर इशारा करते हुए काउंसलर ने कहा कि 'अफ्रीका में आतंकवाद के बढ़ते खतरे पर ध्यान केंद्रित करने और कार्रवाई करने के लिए सुरक्षा परिषद के लिए यह महत्वपूर्ण है.' बयान में कहा गया की सभी विदेशी ताकतों और आतंकवादियों की पूरी तरह वापसी में प्रगति की आवश्यकता है.