हैदराबाद : बॉलीवुड के 'बादशाह' शाहरुख खान ने हाल ही में अपने 58वें बर्थडे और 'पठान' और 'जवान' की बिग सक्सेस को इन्जॉय किया. शाहरुख ने अपने बर्थडे (2 नवंबर) वाले दिन फैंस मीट भी रखी थी और अपनी पर्सनल लाइफ के साथ-साथ अपने फिल्मी वर्कफ्रंट पर भी कई बडे़ खुलासे किए. साथ ही शाहरुख खान ने बताया कि सोशल मीडिया पर लाइव सेशन के दौरान फैंस को वो रिप्लाई करते हैं या फिर उनकी टीम. वहीं, शाहरुख खान ने अपने दिवंगत पेरेंट्स पर भी खुलासे किए हैं. इतना ही नहीं शाहरुख ने अपनी उस तस्वीर के बारे में भी खुलासा किया है, जो उन्होंने पहली बार शूट के लिए क्लिक करवाई थी. शाहरुख ने अपने रिजेक्शन भी पर भी खुलासा किया. शाहरुख ने यह भी बताया कि उन्होंने अपनी मां के सामने एक्टर बनने की इच्छा रखी थी. शाहरुख ने इस बात का भी खुलासा किया कि वह किस एज में एक्टर बनने की चा रखने लगे थे. आइए जानते इन सबके बारे में.
शाहरुख खान ने झेला रिजेक्शन
जी हां, शाहरुख ने फैंस मीट में अपनी इस तस्वीर पर कहा, ' यह तस्वीर बैंगलोर की है, मैं इस वक्त 12 या 13 साल का था और उस वक्त लोगों को टीवी और थिएटर में काम करने का मौका मिलने लग गया था, मैंने अपनी मां से कहा था कि मैं एक्टर बनना चाहता हूं, तो मां ने कहा एक्टर बनने के लिए फोटो की जरूरत होती है, मैं कहीं गया और यह तस्वीर ली और वाकई में मैं रिजेक्ट हो गया, ये तस्वीर देखके इस लौंडे को कोई हीरो नहीं बनाएगा, मैं भी यही सोच रहा हूं, मैंने यह तस्वीर एक एड शूट के लिए क्लिक करवाई थी, इस तस्वीर को देखकर
जिंदा बंदा मेरे लिए बहुत हार्ड रहा
शाहरुख खान ने अपनी ब्लॉकबस्टर फिल्म जवान के हिट सॉन्ग जिंदा बंदा को लेकर भी एक्सपीरियंस शेयर किया. शाहरुख ने कहा, यह गाना मेरे लिए बहुत मुश्किलों भरा रहा, क्योंकि मैंने कभी भी इतने डांसर्स के साथ कभी डांस नहीं किया था, तो मुझे रात को बड़ी मसाज लेनी पड़ती थी, मुझे गर्दन हिलाने में बहुत टेंशन हो रही थी.
पेरेंट्स पर कही रुला देने वाली बात
इसके बाद शाहरुख खान को एक तस्वीरों का एक कोलाज दिखाया गया, जिसमें शाहरुख, उनके पिता और दोनों बेटे आर्यन और अबराम खान दिख रहे हैं. इस पर शाहरुख ने कहा, यह बहुत प्यारी तस्वीर है, एक सुबह मैं अपनी बेटी सुहाना से बात कर रहा था, मैंने सुना कई लोगों के पैरेंट्स ठीक नहीं हैं, मेरी उम्र के ही हैं, जिनके पैरेंट्स ठीक नहीं हैं, मैं हैरान था कि अच्छा कौन है, जैसा कि मैंने अपने पैरेंट्स बहुत जल्द खो दिए, ऐसा नहीं होना चाहिए था, उन्हें मेरे बीच होना था, मैं जानता हूं यह बहुत अजीब है, मोमेंट थॉट, ऐसा करना नहीं चाहिए ऐसे मौके पर, लेकिन मैंने आपको मना लिया कि अब मेरे पैरेंट्स नहीं रहे हैं, मैं कल और आज भी यही मानता हूं कि वह सितारा बन चुके हैं, मैं आज भी रात को चुपके से छत पर जाकर अपने पेरेंट्स से प्रार्थना करता हूं और मैं हर रात ऐसा करता हूं.