हैदराबाद : बॉलीवुड के रूह बाबा कार्तिक आर्यन भले ही अपनी पिछली फिल्म शहजादा से भले ही ना चल हों, लेकिन फिल्म सत्यप्रेम की कथा ने उन्हें एक बार फिर बॉलीवुड का शहजादा बना दिया है. फिल्म भूल भुलैया 2 कार्तिक आर्यन और कियारा आडवाणी की जोड़ी ने एक बार फिर कमाल कर दिया है. कार्तिक-कियारा की आज यानि 29 जून को ईद उल अदाह पर रिलीज फिल्म सत्यप्रेम की कथा से फैंस की नजरों में चढ़ गई है. ऐसा मान लिया जाए कि कार्तिक और कियारा एक-दूजे के लिए लकी है. फिल्म 'सत्यप्रेम की कथा' को दर्शकों ने सत्य मानकर उसे खूब प्यार दिया है और अब फिल्म पहले ही दिन ब्लॉकबस्टर का तमगा हासिल कर लिया है. चलिए हम बताते हैं आखिर कैसी है फिल्म साथ ही एक नजर डालेंगे इस बची-कुची कमियों पर.
- फिल्मः सत्यप्रेम की कथा
- स्टार कास्ट: कार्तिक आर्यन, कियारा आडवाणी, सुप्रिया पाठक, गजराज राव, सिद्धार्थ रांदेरिया
- निर्देशक : समीर विध्वंस
फिल्म की कहानी जानें
फिल्म के डायरेक्टर समीर विद्वंस ने इस फिल्म को बहुत सलीके से पेश किया है. बता दें यह कहानी सत्यप्रेम यानी सत्तू ( कार्तिक आर्यन) से शुरू होती है, जिसके अंदर शादी करने की बहुत चाह है, लेकिन सत्तू के करियर पर नजर डाले तो कोई भी इंसान सत्तू को अपनी लड़की ना दे. जी हां, सत्तू बेचारा काम का मारा...उसके पास कोई जॉब नहीं है..वो सिर्फ घर में रामू काका बनकर अपनी जिंदगी गुजार रहा होता है, धनिया लाना, बर्तन धोना, खाना बनाना, झाड़ू-पोछा करना यही उसका काम है. हालांकि सत्तू का सपना एक वकील बनने का था जो उसके लॉ के एंट्रेंस एग्जाम में फेल होने से टूट जाता है. इतना ही नहीं, सत्तू के पिता नारायण (गजराव राव) भी बेरोजगारी की जिंदगी जी रहे हैं. हालांकि उन्होंने 25 से 30 बिजनेस में पैसा डाला लेकिन किस्मत ने कभी साथ नहीं दिया. इधर, सत्तू की मम्मी दिवाली (सुप्रिया पाठक) और बहन सेजल ( शिखा तलसानिया) जैसे-तैसे डांस क्लासेज चलाकर कर बोझ उठा रही हैं.
क्या है बेरोजगार सत्तू का सपना?
इधर, बेरोजगार सत्तू अपनी जिंदगी में काम आगे बढ़ना चाहता है. हालांकि वह उसके पास कोई काम नहीं है, लेकिन वह दोस्तों की तरह अपना घर भी बसाना चाहता है. इधर, सत्तू के पड़ोस में एक बाद एक लड़के घोड़ी चढ़ रहे होते हैं और सत्तू बस मलाल करता रहता है. सत्तू को बहन और मां से खूब ताने मिलते हैं, लेकिन बेरोजगार को बेरोजगार का सहारा, जी हां, सत्तू के पिता ने इस दुख की घड़ी में दोस्त का रोल प्ले किया है.
सत्तू का क्रश किस पर है ?
इधर सत्तू का कथा (कियारा आडवाणी) पर पक्का वाला क्रश है. सत्तू ने कथा को एक साल पहले एक गरबा नाइट देखा था और एज यूजूअल (As Usual) पहली नजर में प्यार हो गया. फिल्म में किसी तरह ले देके सत्तू और कथा की शादी तो हो जाती है, लेकिन दोनों के बीच एक दूरी है, वो इसलिए कथा के मन में एक ऐसा सीक्रेट दबा हुआ है, जो किसी की भी जिंदगी को मौत के कगार पर ला सकता है, लेकिन सत्तू का मन इतना प्यार और सच्चा है कि जब उसे कथा के इस सीक्रेट की कहानी का पता चलता है तो वह सच्चेमन से कथा की हेल्प में जुट जाता है.
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किसने कैसा किया काम ?
सत्तू यानि कार्तिक की बात करें तो एक्टर एक्टिंग की लय में दिख रहे हैं, थोड़ा भटकते जरूर हैं, लेकिन संभाल लेते हैं. कार्तिक ने सत्तू के किरदार के साथ पूरा न्याय किया है. सत्तू का किरदार परेशा होने के साथ-साथ हसमुख, फन लविंग और मजाकिया भी है. बड़ी बात यह है कि चाहे कुछ भी हो जाए सत्तू सच बोलने से पीछे नहीं हटता है. वहीं, कथा के रूप में कियारा ने भी अपनी एक्टिंग से बता दिया है कि वह पीछे नहीं हटने वाली हैं. फिल्म में कथा की आंखों से आंसू से गिरा एक-एक आंसू फैंस को इमोशनल करने में कामयाब रहा है.
कथा का सीक्रेट क्या है?
सत्यप्रेम की कथा की कहानी को दम दिया है डायरेक्टर समीर विध्वंस ने. हालांकि फिल्म के दूसरे हाफ में वह भटकते नजर आए हैं. वो ऐसे कि जो लोग पहले हाफ में सत्तू के लिए खड़े होते हैं, वही लोग दूसरे हाफ में कैसे सत्तू के खिलाफ हो जाते है समझ नहीं आता. फिल्म के दौरान आपके मन में भी कई बार यह आएगा कि सत्तू जरूर कुछ अपने दम पर कथा को न्याया दिलाएगा और हां कथा का जो सीक्रेट है और जिसे लेकर सत्तू भी सीरियस है, वो जानने के लिए आपको फिल्म टिकट लेना पडे़गा. फिल्म के गाने हिट है...लेकिन 'पसूरी नू' को इग्नोर कर फिल्म का मजा लिया जा सकता है. फिल्म को पांच में से 3 स्टार देना तो बनता है.
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