मुंबई: नितिन देसाई की मौत से फिल्म इंडस्ट्री को एक बड़ा झटका लगा है. आर्ट डायरेक्टर नितिन देसाई, जिन्होंने 'लगान', 'जोधा अखबार' जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्मों के सेट डिजाइन किए थे, 2 अगस्त को कर्जत के पास खालापुर रायगढ़ में उनके एनडी स्टूडियो में मृत पाए गए. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, आर्ट डायरेक्टर पर 250 करोड़ का कर्ज था, जिसे चुका ना पाने की वजह से नितिन देसाई ने आत्महत्या कर ली. इससे जुड़ी एक और जानकारी सामने आई है. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, देसाई ने अपनी मौत का सेट खुद ही डिजाइन किया था.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस के हाथ एक टेप रिकॉर्डर लगा है. इस टेप रिकॉर्डर को एक सुसाइड नोट माना जा रहा है. इसके अलावा पुलिस ने नितिन देसाई के यहां पहले काम कर चुके सचिन मोरे से भी पूछताछ की है, जिससे कुछ अहम जानकारी हासिल हुई हैं.
देसाई के एक करीबियों का बयान
देसाई के एक करीबी पारिवारिक मित्र ने कहा कि उन्हें 2 अगस्त को सुबह 9 बजे के आसपास एक सुरक्षाकर्मी से चौंकाने वाले घटनाक्रम के बारे में फोन आया. दोस्त ने पहचान बताने से इनकार करते हुए कहा, 'मैं तुरंत एन.डी. आर्ट वर्ल्ड प्राइवेट लिमिटेड स्टूडियो परिसर पहुंचा. खिड़की से, हमने देखा कि देसाई का शरीर एक विशाल मंच पर काफी ऊंचाई पर छत से रस्सी के सहारे लटका हुआ है, जिसका उपयोग शूटिंग के लिए किया जाता है.'
दोस्त ने अंदर घुसकर देसाई को बंधन मुक्त करने और बचाने के बारे में सोचा, लेकिन उसने पहले पुलिस को फोन किया, जिसने उसे इस तरह की कोई भी जल्दबाजी न करने की सलाह दी. उन्होंने कहा, 'मैंने जिस डॉक्टर को बुलाया था, वह भी तब तक पहुंच गया था और उसे भी लगा कि चूंकि यह हत्या हो सकती है, इसलिए पुलिस टीमों के वहां पहुंचने तक किसी भी चीज को नहीं छूना चाहिए.'
एक अन्य सहयोगी बाबू मोरे, जो तुरंत बाद वहां पहुंचे, ने दावा किया कि कुछ दिन पहले, देसाई ने एक 'रिकॉर्डेड सुसाइड मैसेज' छोड़ा था, इसमें उन्होंने कुछ ऐसे लोगों का नाम लिया है, जिन्होंने उन्हें आत्महत्या के लिए उकसाया होगा. हालांकि, बार-बार प्रयास करने के बावजूद रायगढ़ के पुलिस अधीक्षक सोमनाथ घार्गे इस संवेदनशील मामले में अपनी टिप्पणी करने से बचते दिखे.
मोरे के अनुसार, देसाई ने कथित तौर पर एक सहयोगी से कहा था कि 'अगली सुबह आएं और रिकॉर्ड किए गए मैसेज को देखें' और फिर इसे संबंधित व्यक्तियों को सौंप दें. हालांकि रायगढ़ पुलिस ने रिकॉर्ड किए गए मैसेज पर चुप्पी साध रखी है, लेकिन स्टूडियो के कर्मचारी उम्मीद कर रहे हैं कि देसाई के इस चरम कदम के पीछे के वास्तविक उद्देश्यों को उजागर करने के लिए इसकी जांच की जा सकती है. देसाई का अंतिम संस्कार उनके बेटे और दो बेटियों के अमेरिका से यहां पहुंचने के बाद उनकी इच्छा के अनुसार शुक्रवार (4 अगस्त) को स्टूडियो परिसर में किया जाएगा.
दोस्त ने अफसोस जताते हुए कहा, 'वित्तीय परेशानियां 2019 के अंत और 2020 की शुरुआत में शुरू हो गई थीं और कोविड-19 महामारी के कारण हुए लॉकडाउन के बाद स्थिति भयानक हो गई, स्थिति अब भी सामान्य नहीं हुई है.' अपने 181 करोड़ रुपये के कर्ज का भुगतान के मुद्दों से परेशान, जो कि 250 करोड़ रुपये से अधिक हो गया था, देसाई ने कथित तौर पर अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए संघर्ष किया, खासकर प्रोफेशनल फ्रंट और स्टूडियो पर.
टूरिस्ट प्लेस के लिए फेमस था देसाई का स्टूडियो
दोस्त ने कहा, 'दुनिया भर में मशहूर स्टूडियो रायगढ़ में एक सुरम्य क्षेत्र में स्थित है. लगभग 400-500 पर्यटक प्रतिदिन यहां आते हैं, वे एक छोटा सा प्रवेश शुल्क देते हैं और उन्हें बसों में भ्रमण पर ले जाया जाता है.' इससे लगभग 75 कर्मचारियों के सभी किराये, बिल और वेतन का भुगतान करने के लिए पर्याप्त राजस्व मिलता था. देसाई को पवई (मुंबई) में अपने घर और रायगढ़ स्टूडियो व कभी-कभी दापोली (रत्नागिरी) में अपने जन्मस्थान के बीच यात्रा करनी पड़ती थी.
मोरे और अन्य लोगों ने उन अटकलों को खारिज कर दिया कि देसाई स्टूडियो के एक हिस्से को बंद करने या राजस्व के लिए बाकी हिस्से का व्यावसायिक उपयोग करने पर विचार कर रहे थे. उन्होंने दावा किया कि वह 2005 में स्थापित स्टूडियो के प्रति भावुक थे. देसाई ने अपने पीछे एक प्रभावशाली कलात्मक विरासत छोड़ी है. अब स्टूडियो के लगभग 75 कर्मचारियों का भविष्य संकट में है.
कौन है सचिन मोरे?
सचिन नितिन देसाई के स्टूडियो में काम करता था. एक साल पहले उसने नौकरी छोड़ दी थी. जैसे ही उन्हें नितिन देसाई के मौत के बारे में पता चला, वह तुरंत स्टूडियो पहुंचे. सचिन के मुताबिक, देसाई के पास एक कागज का टुकड़ा मिला था, जिसमें लिखा था कि उनका अंतिम संस्कार स्टूडियो में ही किया जाए, क्योंकि एनडी स्टूडियो उनके दिल के बेहद करीब है.
नितिन देसाई की पोस्टमार्टम रिपोर्ट
नितिन देसाई की पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी सामने आई है. पुलिस के मुताबिक, 4 डॉक्टरों की एक टीम ने आर्ट डायरेक्टर के शव का पोस्टमार्टम किया. शुरुआती रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि उनकी मृत्यु फांसी लगाने से हुई है. फिलहाल नितिन देसाई के निधन की खबर से फिल्म इंडस्ट्री शोक में डूबा हुआ है.
(इनपुट-आईएएनएस)