तिरुवनंतपुरम : आने वाली फिल्म 'द केरल स्टोरी' को लेकर हुए विवाद के बीच राज्य की एक प्रमुख पार्टी की युवा शाखा और दो व्यक्तियों ने अलग-अलग उन लोगों के लिए नकद पुरस्कार देने का वादा किया, जो इसकी कहानी को सही साबित करेंगे और तथ्य पेश करेंगे. 5 मई को रिलीज होने वाली अदा शर्मा अभिनीत फिल्म में दावा किया गया है कि लगभग 32,000 महिलाएं केरल से लापता हो गई हैं, जिन्हें ब्रेनवाश और धर्म परिवर्तित किए जाने के बाद विदेशों में चल रहे आतंकी मिशनों के लिए भेज दिया गया है.
कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूडीएफ के दूसरे सबसे बड़े सदस्य, आईयूएमएल की युवा शाखा, मुस्लिम यूथ लीग के प्रमुख पी.के. फिरोज ने कहा कि अगर फिल्म बनाने वाले यह साबित कर दें कि कहानी वास्तव में सही है तो वे उन्हें एक करोड़ रुपये देंगे.
दूसरी घोषणा एक ब्लॉगर के. नजीर हुसैन ने की. उन्होंने कहा कि जो इस बात का सबूत पेश कर सकता है कि महिलाओं का धर्मातरण किया गया और उन्हें इस्लामिक स्टेट में शामिल होने के लिए मजबूर किया गया, उसे वह 10 लाख रुपये देंगे.
वकील और अभिनेता शुक्कुर ने भी फेसबुक पर लिखा था कि वह किसी को भी 11 लाख रुपये देंगे, जो केरल की उन महिलाओं का नाम बताएगा, जिनका धर्मातरण किया गया था और फिर इस्लामिक स्टेट में शामिल हो गईं.
जैसे ही फिल्म का टीजर जारी किया गया, सत्तारूढ़ सीपीआई-एम के नेतृत्व वाले वामपंथी और यूडीएफ ने मांग की कि फिल्म को प्रदर्शित नहीं किया जाना चाहिए. केरल के संस्कृति मंत्री, साजी चेरियन ने कहा, अगर 'द केरला स्टोरी' दिखाई जाती है, तो लोगों को इसका बहिष्कार करना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
फिल्म सुदीप्तो सेन द्वारा निर्देशित है. यह केरल में कॉलेज की चार महिला छात्रों की यात्रा का पता लगाती है जो इस्लामिक स्टेट का हिस्सा बन जाती हैं. फिल्म में योगिता बिहानी, सिद्धि इडनानी और सोनिया बलानी भी हैं. इसे विपुल अमृतलाल शाह ने प्रोड्यूस किया है.
(आईएएनएस)
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