हैदराबाद : क्रिस्टोफर नोलन के निर्देशन में बनी फिल्म ओपेनहाइमर भारत में विवादों के बीच झूल रही है. किलियन मर्फी और एमिली ब्लंट स्टारर फिल्म ओपेनहाइमर में भगवद गीता को लेकर बवाल मच गया है. फिल्म में एक इंटीमेट सीन के दौरान एक्टर को भगवद गीत का पाठ पड़ते देखा जा रहा है, जिससे देशभर में तहलका मच चुका है. फिल्म बीती 21 जुलाई को रिलीज हुई है और भारत में खूब विरोध झेल रही है. वहीं, दूसरी तरफ फिल्म ओपेनहाइमर ने भारत में 4 दिनों में 50 करोड़ रुपये भी कमा लिए और फिल्म अब अपने पांचवें दिन की रिलीज में चल रही है. ओपेनहाइमर पर विवाद के बीच भी पॉपुलर टीवी शो महाभारत में श्रीकृष्ण का किरदार कर चुके एक्टर नितीश भारद्वाज का बयान आया है.
ओपेनहाइमर विवाद पर क्या बोले 'श्रीकृष्ण'
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नितीश को ओपेनहाइमर में इंटीमेट सीन के दौरान बोले गए भगवद गीता के श्लोक से कोई आपत्ति नहीं है. नितीश ने कहा है, ' गीता का मतलब ही यही है कि यह जंग के मैदान में हमें अपना कर्तव्य बताती है, हमारे जीवन का संघर्ष का मूल रूप देखें तो वो एक भावुक जंग है, श्लोक 11.32 की बात करूं तो इसमें एक योद्धा को अपने कर्तव्य को पूरा करना सिखाता है, गीता बुराई से लड़ना सिखाती है, हमें इन श्लोक को गहराई से समझना होगा, कृष्ण कहते हैं कि वह शाश्वत काल हैं और वो हर चीज का अंत कर देंगे, भले वह खत्म ना हो, इसलिए अपने कर्तव्य से पीछे नहीं हटे'.
'ओपेनहाइमर को था पछतावा'
नितीश ने आगे कहा कि ओपेनहाइमर को खुद अपने इस आविष्कार पर बहुत पछतावा है. क्योंकि उन्होंने जिन परमाणु बम का आविष्कार किया था, वो जापान के हिरोशिमा और नागासाकी पर गिराए गए थे. इस एटम बम हमले में इन दोनों शहरों में ढाई लाख से ज्यादा लोगों ने अपनी जान गवाई थी. यह बात साल 1941 में द्वितिय विश्व युद्ध की है.
मैसेज साफ है- नितीश भारद्वाज
एक्टर ने आगे कहा, ' मेरी लोगों से अपील है कि वो ओपेनहाइमर के जीवन के अहम पलों के इस क्षण के बारे में विचार करें, आज विश्व की स्थिति कुरुक्षेत्र के जंग के मैदान की जैसी है, संयुक्त राष्ट्र (UNO) को भी परमाणु निरस्त्रीकरण पर विचार करना चाहिए, वैसे ओपेनहाइमर के डायरेक्टर क्रिस्टोफर का मैसेज जोरदार है'.