नई दिल्ली. केरल में सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने रविवार को निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कार्रवाई की मांग की, क्योंकि उन्होंने एक टेलीविजन साक्षात्कार के दौरान बालाकोट एयर स्ट्राइक में अपनी भूमिका के बारे में दावा कर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया है.
माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा को संबोधित पत्र में प्रधानमंत्री पर एक टेलीविजन चैनल पर बालाकोट एयर स्ट्राइक के बारे में 'घृणित दावा' करने का आरोप लगाया.
उन्होंने कहा, 'इंटरव्यू में मोदी ने प्रचार की अवधि खत्म होने के बाद मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए सैन्य अभियान जैसी संवेदनशील घटना का ब्योरा दिया. इसे रिकार्ड पर लाए जाने और आयोग द्वारा उन पर कार्रवाई किए जाने की जरूरत है.'
शनिवार को प्रसारित हुए टेलीविजन साक्षात्कार के दौरान मोदी ने दावा किया था कि भारतीय वायुसेना खराब मौसम के कारण पाकिस्तान के बालाकोट में एयर स्ट्राइक करने में हिचकिचा रही थी.
पढ़ें - चुनाव आयोग को मोदी के सांप्रदायिक भाषणों पर कार्रवाई करनी चाहिए : CPM
प्रधानमंत्री ने दावा किया कि विशेषज्ञ स्ट्राइक को स्थगित कर देने के पक्ष में थे, लेकिन उन्होंने उनकी राय के विरुद्ध निर्णय लिया. मोदी ने कहा कि आसमान बादलों से घिरा था. उन्हें लगा कि इसका फायदा उठाया जा सकता है. बादलों के कारण वायुसेना के विमान पाकिस्तानी रडार के दायरे में आने से बच जाएंगे.
मोदी ने यह भी कहा कि उन्हें विशेषज्ञों की आशंकाएं दूर करने वाले अपने 'कच्चे ज्ञान' (रॉ विज्डम) पर भरोसा था.
येचुरी ने कहा कि प्रधानमंत्री का बयान और आचरण स्पष्ट रूप से आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है.
उन्होंने पत्र में यह भी लिखा कि मोदी ने रविवार को कुशीनगर की रैली में वोट के लिए फिर सशस्त्र बलों के शौर्य का इस्तेमाल किया.