नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी ने दिल्ली के पिछड़े वर्ग तक पहुंच बनाने के लिए एससी-एसटी विंग का गठन किया था. इसके जरिए पार्टी खासकर दिल्ली के वाल्मीकि समाज के लोगों को अपने से जोड़ने का काम कर रही थी.
हाल के दिनों में आम आदमी पार्टी के इस विंग से जुड़े नेता पार्टी से दूर होने लगे हैं. पहले इसके अध्यक्ष ने पार्टी छोड़ी और अब सह सचिव ही बीजेपी में शामिल हो गए.
17 मार्च को आम आदमी पार्टी की एससी-एसटी विंग के अध्यक्ष कर्मा सिंह ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने इस्तीफा देते हुए पार्टी पर पिछड़े वर्ग की उपेक्षा का भी आरोप लगाया था.
गौरतलब है कि कर्मा सिंह ने मुख्यमंत्री और पार्टी आलाकमान अरविंद केजरीवाल की मौजूदगी में आम आदमी पार्टी का दामन थामा था. अब एससी-एसटी विंग के सह सचिव ने भी पार्टी छोड़ दी है.
AAP से इस्तीफा
आम आदमी पार्टी एससी-एसटी विंग के सह सचिव रहे रूपेश मेहरा बीजेपी में शामिल हुए. मनोज तिवारी ने उन्हें पटका पहना कर पार्टी में शामिल कराया.
ईटीवी भारत ने रूपेश मेहरा से खास बातचीत की और उनसे जानने की कोशिश की कि आखिर उन्होंने आम आदमी पार्टी क्यों छोड़ी.
रूपेश मेहरा का कहना था कि आम आदमी पार्टी ने जिस भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज बुलंद की थी, उससे समझौता करते हुए अब कांग्रेस से गठबंधन की कोशिश कर रही है इसी वजह से उन्होंने पार्टी छोड़ी.
केजरीवाल पर निशाना
रूपेश मेहरा ने हाल में आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार द्वारा सीवर सफाई के दौरान मरने वाले लोगों के परिजनों को मशीनें देने के दावे पर भी सवाल खड़ा किया और कहा कि इसकी जांच होनी चाहिए.
गौरतलब है कि बीते महीने ही दिल्ली के वाल्मीकि समाज द्वारा एक महापंचायत का आयोजन हुआ था, जिसमें वाल्मीकि समाज के नेताओं ने एक सुर में कहा था कि उनका समाज इस बार आम आदमी पार्टी का बायकॉट करेगा और उसे वोट ना देने की अपील करेगा.