नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2019 के पांच चरण के मतदान संपन्न हो चुके हैं. अब केवल दो चरण बाकी हैं, और परिणाम भी लगभग बस कुछ ही दिन दूर हैं. ऐसे में कांग्रेस ने दावा किया है कि 23 मई के बाद मोदी-जेटली द्वारा चौपट की गई अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए कांग्रेस पूरी तरह से तैयार है.
केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) के आंकड़ों और राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण कार्यालय (एनएसएसओ) द्वारा की गई हालिया सर्वेक्षण रिपोर्ट का हवाला देते हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार के शासनकाल में भारतीय अर्थव्यवस्था 'मंदी के विनाशकारी दौर' में पहुंच चुकी है.
उन्होंने अर्थव्यवस्था की इस दुर्दशा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री अरुण जेटली को जिम्मेदार ठहराया.
पी. चिदंबरम ने कहा कि एनएसएसओ की रिपोर्ट से पता चला है कि कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय (एमसीए) -21 ने एक डेटा दिया था (जिसे सार्वजनिक नहीं किया गया है) वह झूठ से भरा है. इस डेटा में उल्लिखित कंपनियों में से 35 प्रतिशत तो ऐसी है जो कि मौजूद ही नहीं हैं. फिर भी पीएम मोदी चाहते हैं कि हम विश्वास करें कि इन पांच सालों में अर्थव्यवस्था पहले से ज्यादा मजबूत हुई है. यह शायद अर्थव्यवस्था का सबसे कमजोर बिंदु है.
उन्होंने कहा कांग्रेस पार्टी अर्थव्यवस्था को मंदी की मार से बाहर निकालेगी. जीएसटी को खत्म कर उसकी जगह कोई दूसरी प्रभावी व्यवस्था अमल में लाई जाएगी. उन्होंने कहा, पीएम नरेंद्र मोदी पहले ऐसे पीएम हैं, जिन्हें नौकरी खत्म करने वाले पीएम के तौर पर जाना जाएगा.
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चिदंबरम ने कहा कि केंद्र में आने वाली नई सरकार के लिए अर्थव्यवस्था के हालात सुधारने का बड़ा काम होगा.
एनएसएसओ की लीक रिपोर्ट के मुताबिक, गत 45 वर्ष में बेरोजगारी की दर अपने उच्चतम स्तर 6.1 फीसदी पर जा पहुंची है. 2012 में बेरोजगारी की जो दर थी, 2017 में वह तीन गुणा हो गई थी.