नई दिल्लीः ऑक्सीमीटर, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर एवं रेमेडेसीवर की कालाबाजारी कर रहे लोगों पर पुलिस का शिकंजा लगातार कसता जा रहा है. क्राइम ब्रांच ने एक ऐसे व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जो मुनाफा कमाने के लिए ऑक्सीजन कंसंट्रेटर 1.30 से 2 लाख रुपये तक, जबकि ऑक्सीमीटर को 5 से 6 हजार रुपये में बेच रहा था. इसके साथ ही फरीदाबाद से एक निजी अस्पताल के नर्स को भी गिरफ्तार किया गया है, जो रेमेडेसीवर इंजेक्शन को 35,000 रुपये में बेच रहा था.
अतिरिक्त आयुक्त शिबेश सिंह के अनुसार, कोरोना महामारी के समय में ऑक्सीमीटर, ऑक्सीजन सिलेंडर, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और रेमेडेसीवर इंजेक्शन की भारी मांग है. इसके चलते बड़ी संख्या में कालाबाजारी करने वाले लोग सक्रिय हैं और वह इन्हें ऊंची कीमत पर बेच रहे हैं. ऐसे लोगों को ध्यान में रखते हुए क्राइम ब्रांच की स्पेशल ऑपरेशन स्क्वायड की टीम छानबीन कर रही थी. क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर विजय सामरिया ने ग्राहक बनकर ऑक्सीजन कंसंट्रेटर खरीदने के लिए एक शख्स से बात की. वह 1.30 लाख रुपये में कंसंट्रेटर बेचने को तैयार हो गया. एडवांस लेने के बाद, उसने कंसंट्रेटर को अशोक विहार में देने की बात कही.
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2 लाख रुपये तक में बेचा कंसेंट्रेटर
इस जानकारी पर एसीपी अरविंद कुमार की देखरेख में इंस्पेक्टर विजय समारिया, एसआई प्रवीण अत्री और एएसआई सुरेंद्र दहिया की टीम ने डिलीवरी करने आए सौरव बत्रा को गिरफ्तार कर लिया. उसके पास से तीन कंसंट्रेटर और 200 ऑक्सीमीटर बरामद हुए. इस बाबत क्राइम ब्रांच ने मामला दर्ज किया है. पूछताछ के दौरान आरोपी ने बताया कि उसने यह ऑक्सीमीटर और ऑक्सीजन कंसंट्रेटर बाजार मूल्य पर खरीदे थे और मुनाफा कमाने के लिए इन्हें ऊंचे दाम पर बेच रहा था. वह 1.30 लाख से लेकर दो लाख रुपये में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर बेचता था. वहीं, ऑक्सीमीटर 5 से 6 हजार रुपये में बेचता था.
रेमेडेसीवर बेच रहा था नर्सिंग स्टाफ
आरोपी ने पुलिस को यह भी बताया कि फरीदाबाद के रहने वाले पंकज उर्फ मोनू से उसने रेमेडेसीवर इंजेक्शन लिए हैं. पूछताछ में पता चला कि वह अब तक 33 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर बेच चुका है. उसके माध्यम से पुलिस ने रेमेडेसीवर इंजेक्शन खरीदने के लिए पंकज को बुलाया और उसे फरीदाबाद से गिरफ्तार कर लिया. वह एक इंजेक्शन 35,000 रुपये में बेच रहा था. जबकि, इसकी वास्तविक कीमत 1,500 से 2,000 रुपये के बीच है. अस्पताल की भूमिका को लेकर पुलिस टीम छानबीन कर रही है.
लॉकडाउन से हुए घाटे की कर रहा था भरपाई
गिरफ्तार किया गया पंकज उर्फ मोनू फरीदाबाद के एक अस्पताल में नर्सिंग कर्मचारी है. वहीं, सौरव बत्रा साउथ दिल्ली में प्रॉपर्टी कंसलटेंट है. लॉकडाउन के चलते उसका बिज़नेस खराब चल रहा था. इसके चलते उसने मास्क और सैनिटाइजर बेचना शुरू कर दिया था. ऑक्सीजन एवं ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की मांग को देखते हुए, वह मुनाफा कमाने के लिए इस कारोबार में जुट गया था.