नई दिल्लीः यूपी के प्रतापगढ़ से एमबीए करने आया युवक बदमाशों के संपर्क में आ गया. यहां आकर गैंगस्टर शक्ति नायडू (Gangster Ghakti Naidu) से मिला और उसके गैंग का हिस्सा बन गया. दिल्ली में लूट की बड़ी वारदात में वह गिरफ्तार हुआ, लेकिन जमानत मिलते ही फरार हो गया. लगातार आपराधिक वारदात कर रहे आरोपी सतीश त्रिपाठी को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है.
डीसीपी राजेश देव के अनुसार, लूट एवं झपटमारी करने वाले बदमाशों को लेकर क्राइम ब्रांच की टीम काम कर रही थी. हाल ही में क्राइम ब्रांच की टीम को सूचना मिली कि कई आपराधिक वारदातों में शामिल सतीश त्रिपाठी काफी समय से फरार चल रहा है. वह शक्ति नायडू गैंग का बदमाश है. उसे भगोड़ा घोषित किया जा चुका है. दिल्ली और राजस्थान में उसके खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं. इस जानकारी पर एसीपी मनोज दीक्षित की देखरेख में पुलिस टीम ने, उसकी तलाश शुरू की. पुलिस को पता चला कि यूपी के प्रतापगढ़ में, वह मौजूद है. वहां से छापा मारकर सतीश त्रिपाठी को गिरफ्तार कर लिया गया.
ये भी पढ़ें-पत्नी ने सुपारी देकर कराई थी पति की हत्या, जानिए क्या है मामला
दिल्ली में एमबीए करने आया था सतीश
पूछताछ के दौरान आरोपी ने पुलिस को बताया कि 2012 में वह एमबीए करने के लिए दिल्ली आया था. उसने तिलक लोहिया का मकान किराए पर लिया था. यहीं, पर ही वह तिलक के जरिये शक्ति नायडू गैंग के संपर्क में आया, जो मुठभेड़ में मारा जा चुका है. जनवरी 2014 में, उसने शक्ति नायडू और उसके साथियों के साथ मिलकर लाजपत नगर इलाके में दिनदहाड़े करोड़ों रुपये की लूट की वारदात को अंजाम दिया था. इस मामले में जमानत पर बाहर आने पर, वह फरार हो गया. 2019 में सतीश ने साथियों के साथ जयपुर में गाड़ी लूटी थी और पीड़ित को गोली मार दी थी. इसके बाद उन्होंने जयपुर में ही एक और हत्या की प्रयास की वारदात को अंजाम दिया था. 2019 में फतेहपुर बेरी में, उन्होंने एक प्रॉपर्टी पर कब्जा करने की कोशिश भी की थी.
यूपी से आकर बन गया अपराधी
गिरफ्तार किया गया आरोपी प्रतापगढ़ का रहने वाला है. उसके पिता एलआईसी एजेंट थे. 2009 में, उसके पिता की मृत्यु हो गई थी. आरोपी ने यूपी के सुल्तानपुर से बीबीए किया है. नवंबर 2012 में, वह दिल्ली एमबीए करने आया था. छतरपुर के कॉलेज से, वह एमबीए कर रहा था. यहां आने के बाद, वह शक्ति नायडू गैंग के संपर्क में आकर, आपराधिक वारदात को अंजाम देने लगा.