नई दिल्ली: अपनी जिंदगी को बेहतर करने के लिए त्रिलोकपुरी के रहने वाले ऑटो चालक धर्मेंद्र सिंह ने अपनी ऑटो बेच कर दोना पत्तल की मशीन खरीद ली. मशीन खरीदने के लिए धर्मेंद्र को कर्ज भी लेना पड़ा, क्योंकि ऑटो बेचने से उसे 1 लाख ही रुपये मिले थे. जबकि मशीन की कीमत 1 लाख 83 हजार रुपये थी. जिसके लिए उसने बाकी के पैसे लोन पर ले लिए. लेकिन जब मशीन आई, तो वह खराब निकली. धर्मेंद्र ने जिससे मशीन खरीदी थी, उसने मशीन वापस करने से इंकार कर दिया.
जिसके बाद परेशान धर्मेंद्र ने पुलिस और कोर्ट कचहरी के चक्कर लगाए, लेकिन उसे इंसाफ नहीं मिल सका. आखिर उसकी पत्नी प्रतिमा हिम्मत हार गई और उसने आत्महत्या करने का प्रयास किया. जिसे गंभीर हालत में लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल में एडमिट कराया गया है, जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है.
पैसे कम पड़ने पर लिया था लोन
धर्मेंद्र ने बताया कि महेंद्र गुप्ता नाम के शख्स ने उसे 1 लाख 83 हजार में दोना पत्तल की मशीन ये कहकर दी थी कि वह उसे कच्चा माल देगा और मशीन से बना हुआ सामान वह खरीदेगा. इसके लिए उसने अपना ऑटो बेच दिया. जब पैसे कम पड़े, तो उसने बाकी पैसा लोन पर ले लिए. वहीं जब मशीन लेकर घर पहुंचा, तो मशीन खराब निकली. इस बात की शिकायत जब महेंद्र गुप्ता से की, तो उसने मशीन वापस लेने से इनकार कर दिया.
ये भी पढ़ें:-जंजीरों से बंधी महिला को DCW ने किया रेस्क्यू, 6 महीनों से पति ने ही किया था कैद
वहीं पीड़ित धर्मेंद्र ने महेंद्र को गरीबी का हवाला दिया, लेकिन इसके बावजूद महेंद्र का दिल नहीं पसीजा. परेशान धर्मेंद्र ने मामले की शिकायत पुलिस से की, लेकिन कार्रवाई के बजाय पुलिस ने कोर्ट जाने की सलाह देकर अपना काम खत्म कर दिया. जिसके बाद धर्मेंद्र कोर्ट भी गया, लेकिन वहां तारीख पर तारीख लगातार मिल रही है और समस्या का कोई समाधान नहीं हो रहा है. धर्मेंद्र ने बताया कि कर्ज से परेशान उसकी पत्नी टूट गई और उसने आत्महत्या का प्रयास किया. जिसे पास के ही अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत गंभीर है.