नई दिल्ली: मंगलवार को लाल किले सहित विभिन्न जगहों पर मचाये गए उत्पात को लेकर पुलिस की तरफ से अब तक 22 एफआईआर दर्ज की गई हैं. राजधानी में सुरक्षा के आज भी कड़े बंदोबस्त किए गए हैं. आईटीओ के आसपास ट्रैफिक में डायवर्सन होने के साथ लाल किला और जामा मस्जिद मेट्रो स्टेशन को बंद रखा गया है. दिल्ली के अधिकांश इलाकों में इंटरनेट सेवा लगभग बंद है. वहीं किसानों द्वारा निकाली गई ट्रैक्टर रैली और मचाये गए उत्पात को लेकर दिल्ली पुलिस आज दोपहर 2.30 बजे प्रेस कांफ्रेंस करेगी.
अब तक 22 एफआईआर दर्ज
जानकारी के अनुसार मंगलवार को गणतंत्र दिवस के मौके पर किसानों के जरिए रैली निकाली गई. जिसमें पुलिस के साथ तय हुई सभी शर्तों का उल्लंघन किया गया. रैली में शामिल लोगों ने बेरिकेड तोड़े, गाड़ियों में तोड़फोड़ की, पुलिसकर्मियों पर हमला किया.
इन घटनाओं में कुल 230 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. इनमें बाहरी जिले में 75, उत्तरी जिले में 41, पूर्व में 34, पश्चिम में 27, द्वारका में 32, बाहरी-उत्तर जिले में 12, शाहदरा में 5 और दक्षिण जिले में 4 पुलिस कर्मी घायल हुए हैं. इनमें से दो पुलिसकर्मियों की हालत गंभीर बनी हुई है. वहीं अधिकांश पुलिसकर्मियों को अस्पताल से छुट्टी मिल गई है.
इसके अलावा उत्तरी जिला, उत्तर पश्चिम जिला और शाहदरा जिला में भी एफआईआर दर्ज की गई हैं. इनमें दंगे, लूट, पुलिस की पिस्तौल छीनने, पुलिस पर हमला, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाना जैसी धाराएं लगाई गई हैं.
सुरक्षा के कड़े इंतजाम, आज इंटरनेट सेवा बंद
मंगलवार को हुई घटना के बाद दिल्ली में पुलिस की तरफ से आईटीओ, लाल किला, जामा मस्जिद जैसी क्षेत्र में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं. जामा मस्जिद एवं लाल किला मेट्रो स्टेशन को बंद रखा गया है. लोकल पुलिस के अलावा अर्द्धसैनिक बलों की भी तैनाती की गई है. दिल्ली के अधिकांश इलाकों में इंटरनेट सेवा को बंद किया गया है.
ट्रैफिक पुलिस ने गाजीपुर फूल मंडी से एनएच 9 और एनएच-24 को बंद कर दिया है. दिल्ली से गाजियाबाद जाने के लिए लोग कड़कड़ी मोड़, शाहादरा व डीएनडी का इस्तेमाल कर सकते हैं. इसके अलावा आईटीओ के आसपास में ट्रैफिक का डायवर्सन किया गया है.
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शीशगंज गुरुद्वारा में ठहरे 100 आंदोलनकारी
पुलिस सूत्रों के अनुसार मंगलवार रात को लगभग 100 किसान लाल किले में ही रह गए थे. इनके पास वापस लौटने का कोई साधन नहीं था. ऐसे में पुलिस ने लाल किला खाली कराने के बाद उन्हें गुरुद्वारा शीशगंज में रात को ठहराया, ताकि वह बुधवार सुबह अपने गंतव्य स्थान तक जा सके.