नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा: ग्रेटर नोएडा के यमुना विकास प्राधिकरण और उत्तर प्रदेश सरकार की करीब 50 करोड़ की जमीन पर अवैध कॉलोनियों का निर्माण किया जा रहा था, जिसकी सूचना मिलने पर प्राधिकरण के अधिकारी मौके पर पहुंच गए और बुलडोजर से अवैध कॉलोनी को ध्वस्त कर दिया. इस दौरान कुछ लोगों ने इसका विरोध भी किया लेकिन मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने हंगामा कर रहे लोगों को हिरासत में ले लिया. जिसपर प्राधिकरण की टीम ने 35 बीघा जमीन को कलोनीनाइजरों से मुक्त कराया.
ग्रेटर नोएडा में एक बार फिर से पिला पंजा चला, जिसके चलते यमुना विकास प्राधिकरण की टीम ने कार्रवाई करते हुए लगभग 35 बीघा जमीन से अवैध अतिक्रमण हटाने का काम किया. यमुना विकास प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण जब से शुरू हुआ है, तब से अवैध रूप से कॉलोनी बसाने वाले लोग एक्टिव हो गए हैं, जिसके चलते यमुना विकास प्राधिकरण ने ऐसे लोगों पर विशेष निगाह बनाए हुए और अधिसूचित जमीन पर जो लोग निर्माण कर कॉलोनी काट रहे हैं, उनके खिलाफ अवैध अतिक्रमण हटाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है. इस दौरान 35 बीघा जमीन को मुक्त कराया गया, जिसकी कीमत 50 करोड़ रुपये आंकी जा रही है.
अवैध कब्जे हटाए जाने के संबंध में यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अनुज सिंह ने बताया कि इस दौरान कुछ लोगों ने प्राधिकरण का विरोध भी किया, लेकिन मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने हंगामा कर रहे लोगों को हिरासत में ले लिया. उन्होंने कहा कि अवैध रूप से कॉलोनियों को बनाने वालों के खिलाफ अभियान आगे भी चलता रहेगा.
ऐसी ही ज़रूरी और विश्वसनीय ख़बरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत एप