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नोएडा के मेट्रो अस्पताल में मनाया गया विश्व गठिया दिवस, लोगों को किया जागरूक - ईटीवी भारत लाइव

नोएडा में 16 अक्टूबर को विश्व गठिया दिवस मनाया गया. इस दौरान वरिष्ठ विशेषज्ञ डॉ. किरन ने लोगों को जागरूक करने के लिए गठिया के बारे में जानकारी साझा की.

नोएडा के मेट्रो अस्पताल में मनाया गया विश्व गठिया दिवस etv bharat
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Published : Oct 18, 2019, 10:22 AM IST

नई दिल्ली/नोएडा:16 अक्टूबर 2019 को विश्व गठिया दिवस के अवसर पर सेक्टर 11 स्थित मेट्रो अस्पताल एवं इदय संस्थान नोएडा में प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान गठिया रोग की वरिष्ठ विशेषज्ञ डॉ. किरन सेठ ने बताया कि विश्व में रुमेटिक मस्कुलर स्केलेटन नामक बिमारी का स्तर काफी तेजी से बढ़ता जा रहा है. केक काटकर गठीया दिवस मनाया और कहा कि इस बीमारी की वजह है हमारा खानपान, दूषित पर्यावरण, हमारे कार्य करने की शैली और उठने बैठने का तरीका. करीब 200 प्रकार की गठिया बीमारी पाई जाती है और इसके बारे में अभी तक लोगो में जागरुकता नहीं है.

नोएडा के मेट्रो अस्पताल में मनाया गया विश्व गठिया दिवस

गठिया के प्रकार
रुमेटोइड अर्थराइटिस, एन्काइलोंजिन्ग स्पोन्डलाइटिस और एस एल ई, बहुत ही खतरनाक तरीके से किसी भी वर्ग के व्यक्ति के शरीर पर प्रहार कर सकती है. रुमेटोलॉजी एक ऐसी बांच है, जो कि गठिया बाय के इलाज के साथ-साथ मरीजों को भविष्य में आने वाली परेशानियों जैसे कि जोड़ प्रत्यारोपण, आंखो का अंधापन, अस्थी-विकार और दिल की धमनियों जैसी गम्भीर बिमारीयों से बचाता है.

उत्तेजक या सूजी हुई गठिया के लक्षण जैसे कि हल्का बुखार आना, वजन का लगातार कम होना , सुबह उठते ही 20 से 30 मिनट तक हाथों और पंजों में अकड़न होना है.

नई दिल्ली/नोएडा:16 अक्टूबर 2019 को विश्व गठिया दिवस के अवसर पर सेक्टर 11 स्थित मेट्रो अस्पताल एवं इदय संस्थान नोएडा में प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान गठिया रोग की वरिष्ठ विशेषज्ञ डॉ. किरन सेठ ने बताया कि विश्व में रुमेटिक मस्कुलर स्केलेटन नामक बिमारी का स्तर काफी तेजी से बढ़ता जा रहा है. केक काटकर गठीया दिवस मनाया और कहा कि इस बीमारी की वजह है हमारा खानपान, दूषित पर्यावरण, हमारे कार्य करने की शैली और उठने बैठने का तरीका. करीब 200 प्रकार की गठिया बीमारी पाई जाती है और इसके बारे में अभी तक लोगो में जागरुकता नहीं है.

नोएडा के मेट्रो अस्पताल में मनाया गया विश्व गठिया दिवस

गठिया के प्रकार
रुमेटोइड अर्थराइटिस, एन्काइलोंजिन्ग स्पोन्डलाइटिस और एस एल ई, बहुत ही खतरनाक तरीके से किसी भी वर्ग के व्यक्ति के शरीर पर प्रहार कर सकती है. रुमेटोलॉजी एक ऐसी बांच है, जो कि गठिया बाय के इलाज के साथ-साथ मरीजों को भविष्य में आने वाली परेशानियों जैसे कि जोड़ प्रत्यारोपण, आंखो का अंधापन, अस्थी-विकार और दिल की धमनियों जैसी गम्भीर बिमारीयों से बचाता है.

उत्तेजक या सूजी हुई गठिया के लक्षण जैसे कि हल्का बुखार आना, वजन का लगातार कम होना , सुबह उठते ही 20 से 30 मिनट तक हाथों और पंजों में अकड़न होना है.

Intro:नोएडा---नोएडा: 16 अक्टूबर 2019 विश्व गठिया दिवस के अवसर पर सेक्टर 11 स्थित मेट्रो अस्पताल एवं इदय संस्थान नोएडा में प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए बताया कि गठिया रोग की वरिष्ठ विशेषज्ञ डॉ .किरन सेठ ने बताया कि विश्व में रुमेटिक मस्कुलर स्केलेटन नामक बिमारी का स्तर काफी तेजी से बढ़ता जा रहा है । केक काटकर गठीया दिवस को मनाया और कहां की इसका मुख्य कारण हमारा खानपान , दूषित प्रयावरण , हमारे कार्य करने की शैली व उठने बैठने का तरीका है । करीब 200 प्रकार की गठिया समुदाय में पायी जाती है और जिसके बारे में अभी तक लोगो में जागरुकता नही है । रुमेटोइड अर्थराइटिस , एन्काइलोंजिन्ग स्पोन्डलाइटिस व एस एल ई, बहुत ही खतरनाक तरीके से किसी भी वर्ग के व्यक्ति के शरीर पर प्रहार कर सकती है ।


Body:रुमेटोलॉजी एक ऐसी बांच है जो कि गठिया बाय के इलाज के साथ साथ मरीजों को भविष्य में आने वाली परेशानियों जैसे कि जोड़ प्रत्यारोपण , आंखो का अन्धापन , अस्थी - विकार व दिल की धमनियों जैसी गम्भीर बिमारीयों से बचाता है । उत्तेजक या सूजी हुई गठिया के लक्षण जैसे कि हल्का बुखार आना , वजन का लगातार कम होना , सुबह उठते ही 20 से 30 मिनट तक हाथों व पंजों में अकड़न होना , मागे का सूजना व जोड़ो में टेढ़ापन आना है । Conclusion:इस रोग से बचने के लिए मेट्रो अस्पताल पिछले एक साल से लिए मेट्रो अस्पताल द्वारा चलाए गए इस अभियान का हिस्सा बने और इस तरह की गम्भीर बिमारियों से खुद को व अपने परीजनों को सुरक्षित रखें ।



बाईट---डॉ किरण सेठ (गेठिया स्पेशलिस्ट मेट्रो हॉस्पिटल)

बाईट--- मिना देवी (गेठिया पेसेंट मेट्रो हॉस्पिटल)
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