नई दिल्ली/नोएडाः नोएडा के सेक्टर-93ए स्थित बहुचर्चित ट्विन टॉवर्स (Famous Twin Towers of Noida) को 21 अगस्त को ध्वस्त किया जाना था लेकिन अभी तक टावर में बारूद लगने का भी काम नहीं हो पाया है. सुप्रीम कोर्ट ने टावर को ध्वस्त करने की तारीख 28 अगस्त मुकर्रर की थी. वहीं ध्वस्त करने वाली कंपनी एडिफिस का कहना था कि वह निर्धारित तारीख से पहले 21 अगस्त को ही टावर को ध्वस्त कर देगी और दो अगस्त से बारूद लगना टावर के सुराखों में शुरू हो जाएगा. लेकिन यहां पर पहले की यथास्थिति बरकरार है. फाइनल एनओसी देने वाली टीम ने आज ट्विन टावर का सर्वे किया. इसके साथ ही ट्विन टावर की सुरक्षा में पुलिस बल भी तैनात किए गए हैं.
ट्विन टावर को कब ध्वस्त किया जाएगा, इस संबंध में अधिकारी कुछ भी कहने से बच रहे हैं. वहीं, एडिफिस कंपनी द्वारा अभी तक टावर को ध्वस्त करने संबंधी किसी भी प्रकार की प्रगति नहीं दिख रही है. ध्वस्तीकरण से संबंधित रिपोर्ट सीबीआरआई को भी देनी है, जो ध्वस्तीकरण के समय वाइब्रेशन और क्रिटिकल जोन में स्ट्रक्चर आउटलेट तैयार करने का काम करेगी. सीबीआरआई द्वारा ट्विन टावर का आज निरीक्षण किया गया है, पर कोई निर्णय सामने निकलकर नहीं आया है. एडिफिस कंपनी के कर्मचारियों की मानें तो नौ अगस्त के बाद यह निर्णय हो पाएगा कि किस तारीख में ट्विन टावर को गिराया जाएगा. जबकि सुप्रीम कोर्ट द्वारा 28 अगस्त की तारीख निर्धारित कर दी गई है.
ट्विन टावर की सुरक्षा में एडिफिस कंपनी द्वारा जहां प्राइवेट सुरक्षा कर्मी तैनात किए गए हैं, वहीं अब पुलिस विभाग द्वारा शनिवार से पुलिसकर्मियों की तैनाती शुरू कर दी गई है. ये दिन और रात वहां पर ड्यूटी देने का काम करेंगे. ट्विन टावर के सुरक्षा गार्ड निरंजन का कहना है कि आधा दर्जन से अधिक सीबीआरआई की टीम द्वारा ट्विन टावर का सर्वे किया गया है. वहीं उसके द्वारा यह भी बताया गया कि अभी तक ट्विन टावर तक बारूद नहीं पहुंचा है, जो 10,000 सुराखों में लगने हैं.