नई दिल्ली/नोएडा: राजधानी दिल्ली से सटे नोएडा में लॉकडाउन के दौरान शासन प्रशासन से लेकर पुलिस विभाग सभी का कहना है कि लोगों को सुखा राशन और पका हुआ राशन उपलब्ध कराया जा रहा है. वहीं समाजसेवी संगठनों की तरफ से भी खाना और राशन दिए जाने के दावे किए जा रहे हैं. लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही देखने को मिल रही है.
आज नोएडा के थाना सेक्टर 20 के बाहर एक दर्जन से ज्यादा महिलाएं राशन की मांग को लेकर थाने के गेट पर आकर बैठ गई. जिनका कहना था कि वह कंपनियों में काम करती हैं, कई महीने से वेतन नहीं मिला और घर में खाने के लिए राशन नहीं है.
प्रशासन ने अगर हमारी समस्या पर ध्यान नहीं दिया तो जल्दी हमारी बदहाली का जिम्मेदार पूरी तरह प्रशासन होगा. महिलाओं का कहना है कि विधायक के पास भी गए पर वहां भी सुनवाई नहीं हुई.
लॉकडाउन में सभी को नहीं मिल रहा राशन
गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन और नोएडा प्राधिकरण द्वारा लगातार यह दावे किए जा रहे हैं कि लॉक डाउन के दौरान हॉटस्पॉट के साथ ही अन्य जगहों पर कोई भी ऐसा नहीं है, जिसे राशन नहीं दिया गया हो, कहीं पर भी किसी को भी खाने की समस्या नहीं आ रही है, बना हुआ और सुखा राशन दोनों ही देने का काम किया जा रहा है.
लेकिन नोएडा के थाना सेक्टर 20 में एक दर्जन से अधिक महिलाएं हरौला सेक्टर 5 से आई जो किराए पर रहती हैं और एक्सपोर्ट कंपनी में काम करती हैं. उनका कहना है कि लॉकडाउन जब से लगा तब से लेकर आज तक उन्हें सरकार की तरफ से कोई राशन नहीं मिला है. जिसके चलते परिवार पालना काफी मुश्किल हो रहा है.
विधायक और डीएम ने भी नहीं सुनी फरियाद
थाना सेक्टर 20 पर दर्जनों की संख्या में आई महिलाओं का कहना था कि वह अपनी समस्याओं को लेकर गौतमबुद्ध नगर के जिला अधिकारी के आवास पर गई. जहां उन्होंने अपनी समस्याओं से भरा एक ज्ञापन भी सौंपा. इसके साथ ही अपनी समस्या लेकर स्थानीय विधायक के पास भी गई, जहां कोई सुनवाई नहीं हुई और वहां से जाने कहां गया.
हर जगह से परेशान होकर आज नोएडा के थाना सेक्टर 20 पर अपनी समस्या को लेकर यहां आये है. अगर सुनवाई नहीं हुई तो हम लोग सुसाइड करने के लिए मजबूर हो जाएंगे.