नई दिल्ली/नोएडा : उत्तर प्रदेश के हाईटेक शहर और शो विंडो कहे जाने वाले नोएडा और ग्रेटर नोएडा में एयरपोर्ट से लेकर फ़िल्म सिटी और एलिवेटेड से लेकर फ्लाईओवर बनाने की बात कही जा रही है. वहीं सैकड़ों शौचालय बनवाने के वावजूद भी लोगों को सुलभ नहीं है शौचालय.
स्वच्छता मिशन के तहत बनाए गए शौचालय व पिंक शौचालय शो-पीस बनकर रह गए हैं. शौचालयों पर ताले लटके हुए हैं. कई जगह शौचालय की हालत बेहद खस्ता दिखाई दे रही है.
नोएडा शहर में 316 शौचालय-यूरिनल बनाए गए हैं. जिनमें से 10 पिंक टॉयलेट हैं. इनको बनाने पर प्राधिकरण ने पांच करोड़ से ज्यादा रुपए खर्च किए गए हैं. हाईटेक सिटी कहे जाने नोएडा और ग्रेटर नोएडा की सड़क से गुजरते और शहर में घूमते लोगों को शौचालय तो दिखाई दे जाएंगे, लेकिन लोगों को शौचालय की सुविधा नहीं मिल सकती है. क्योंकि इनके रख-रखाव करने में कोताही बरती जा रही है.
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शहर में करीब दो दर्जन से अधिक स्थानों पर शौचालय हैं. ये विज्ञापन से तो पटे हैं, लेकिन लोगों को सुविधा देने के जिस उद्देश्य से इनका निर्माण किया गया था. वह आज भी अधूरा है. शौचालयों के अंदर कूड़ा-कबाड़ फैला है.
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जिलाधिकारी कार्यालय पर शौचालय में पिछले कई सालों से ताले लगे हुए हैं. कलेक्ट्रेट में शो पीस बनाकर शौचालय में ताले लगा दिए गए हैं. तालों में जंग भी लग गया है. कलेक्ट्रेट में फरियादी 35 से 40 किलो मीटर दूर चलकर पहुंचते हैं. पूरा गौतमबुद्ध नगर सूरजपुर कलेक्ट्रेट के ऊपर निर्भर है.