नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा: कोविड-19 महामारी के दौरान लगे लॉकडाउन के चलते देखा जाए तो बहुत से ऐसे लोग हैं जिनकी नौकरियां चली गईं. कुछ लोगों ने सही रास्ता अपनाया तो कुछ लोगों ने अपराध जगत में कदम रख दिया. सही रास्ते पर जो चले उन्हें तो शायद मंजिल मिल गई, पर जिन्होंने अपराध का रास्ता अपनाया उन्हें जेल का रास्ता देखना पड़ा.
फर्रुखाबाद निवासी अनूप द्वारा भी कुछ ऐसा ही किया गया. पोस्ट ग्रेजुएट अनूप सैमसंग कंपनी में टेक्नीशियन के पद पर नौकरी कर रहा था. जिसकी महीने का तनख्वाह 45 हजार रुपये था. पर 2020 में छटनी के दौरान अनुज को कंपनी से निकाल दिया गया. कंपनी से निकलने के बाद अनूप ने अपनी एक खुद की गैंग बनाई और अपनी गैंग में भाई और दोस्त को रखा. जिसमें बलेनो गाड़ी से दिन में रेकी करना और फिर रात में चोरी की वारदात को अंजाम देने का काम शुरू हो गया.
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बता दें कि गुरुवार को थाना बीटा-2 पुलिस द्वारा बंद पड़े मकानों में नकब लगाकर चोरी की घटनाओं को अंजाम देने वाले 3 आरोपी अनूप पुत्र देवसिंह निवासी नगला जयलाल, थाना मोहमदाबाद जनपद फर्रूखाबाद, अनुज पुत्र देव सिंह निवासी नगला जयलाल, थाना मोहमदाबाद, जनपद फर्रूखाबाद और साजिद पुत्र इख्तियार अली को थाना बीटा-2 क्षेत्र के डाढा गोल चक्कर के पास से गिरफ्तार किया है. अभियुक्तों के कब्जे से 5 चांदी के सिक्के, 3 जोड़ी पायल, 2 सोने की अंगूठी, 4 सोने की चूड़ी, 1 सोने की चेन, 1 मंगलसूत्र और लॉकेट, करीब 16 ग्राम सोना ढली हुई, 28,300 रूपये नगद, 1 LCD, 1 इन्वर्टर व बैटरी, 5 जोडी नये जूते, 5 हाथ की घड़ियां, 1 कार बुलेरो नंबर यूपी 76 AD 3742 विभिन्न घटनाओं में प्रयुक्त और नकबजनी में प्रयुक्त सामान पाइप, रिंच, नुकीली सुम्भी व पेचकस बरामद हुए है.
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वहीं इस मामले में ग्रेटर नोएडा के एडिशनल डीजीपी विशाल पांडेय ने बताया कि अभियुक्त बंद पड़े मकानों को अपना निशाना बनाते थे और दिन में रेकी कर रात में चोरी की घटना को अंजाम देते थे. अभियुक्त अपने खर्चाें व शौक को पूरा करने के लिए चोरी की घटनाऐं करते थे. अभियुक्तों ने 5 अगस्त को बंद पड़े मकान आई 548 बीटा-1 में चोरी की घटना को अंजाम दिया था. जबकि 8 अगस्त को एफ 166 बीटा-2 में बंद पड़े मकान तो 2 अगस्त तो अल्फा 1 एच 128 मकान में ताला तोड़कर चोरी की घटना को अंजाम दिया. इसके साथ ही 11 जुलाई को सरीन फार्म थाना क्षेत्र ईकोटेक-3 के बंद पड़े मकान और थाना दादरी के सेक्टर म्यू में मकान नंबर ए-12 में चोरी की थी. पुलिस का कहना है कि अभियुक्तों द्वारा अन्य विभिन्न स्थानों पर भी चोरी की घटनाओं को कारित करना स्वीकार किया गया है, जबकि इनके अन्य अपराधिक इतिहास के बारे में और जानकारी की जा रही है. वहीं एडिशनल डीजीपी विशाल पांडे ने खुलासा करते हुए बताया कि गिरोह के मुख्य आरोपी अनूप की पत्नी पंचायत चुनाव में ग्राम प्रधान का चुनाव लड़ चुकी हैं.