नई दिल्ली\नोएडा: दिल्ली से सटे नोएडा में दो नाबालिग को छात्रों को डीएम के ट्वीट के साथ छेड़छाड़ करना महंगा पड़ा. जिसके बाद उन दोनों अरेस्ट किया गया था . जिसके बाद कोर्ट ने उन्हें रिहा कर दिया गया.
क्या है पूरा माजरा
दरअसल, दोनों छात्रों ने डीएम बीएन सिंह के स्कूलों में छुट्टी को लेकर किए गए अवकाश पत्र के ट्वीट को एडिट किया और इतना ही नहीं उसे दोबारा री-ट्वीट कर दिया. फिर क्या था ट्वीट तेजी से सोशल मीडया पर वायरल होने लगा.
डीएम को जारी करना पड़ा बयान
छात्रों की इस हरकत के बाद स्कूलों में छुट्टी को लेकर असमंजस वाली स्थिति पैदा हो गई. इसको देखते हुए डीएम को एक बयान जारी करना पड़ा, जिसमे उन्होंने कहा कि ये पत्र उन्होंने जारी नहीं किया है, इसमे जरूर छेड़छाड़ की गई है.
पुलिस ने की इस पर की कार्रवाई
एसएसपी के आदेश पर कोतवाली सेक्टर 20 पुलिस ने जब इस मामले की जांच की तो पूरे मुद्दे पर आखिरकार पर्दा उठा. कोतवाली सेक्टर 20 पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर दोनों छात्रों को गिरफ्तार कर लिया था. दोनों छात्रों को मंगलवार को जुवेनाइल जस्टिस कोर्ट में पेश किया गया था.
एक ऐप के जरिए की गई ये खुराफात
आपको बता दें कि ये दोनों छात्र सेक्टर-12 के एक स्कूल में पढ़ते हैं. छात्रों ने मौज मस्ती के लिए ये खुराफात की और डीएम के पुराने आदेश को कॉपी कर एक ऐप के माध्यम से तिथि में बदलाव किया. इसके बाद 23 और 24 दिसंबर की तिथि को ऐप के माध्यम से एडिट किया.
क्या था इस शरारत का अंजाम
इस गलत आदेश को छात्रों ने अपने स्कूल के व्हाट्सएप ग्रुप पर डाल दिया। इसके बाद यह फर्जी आदेश वायरल हो गया. इससे जनपद में गलतफहमी फैल गई और सोशल मीडिया पर तरह-तरह की बातें सामने आई.
छात्रों की रिहाई पर स्कूल के बच्चों ने किया धरना
इन दो छात्रों की रिहाई के लिए उसी स्कूल के छात्रों ने डीएम ऑफिस के बहार कान पकड़कर जमीन पर घंटो बैठकर धरना किया और छात्रों की रिहाई की मांग की. छात्रों ने दोनों तरफ से माफी मांगी.
वहीं बच्चों ने 26 दिसंबर को होने वाले प्री बोर्ड एग्जाम के बहिष्कार की भी बात कही थी. कहा जा रहा है कि स्कूल के छात्र-छात्राओं द्वारा जिलाधिकारी से किए गए निवेदन के बाद यह रिहाई हुई है.