नई दिल्ली/नोएडा: उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग ने रोडवेज बसों में हो रही धांधली को रोकने के लिए अब नई प्रणाली बनाने की कवायद शुरू कर दी है. रोडवेज बसों में जो यात्री स्मार्ट कार्ड और एमएसटी कार्ड को रिचार्ज कराते थे, वो अब इन कार्डों को रिचार्ज ना कराएं. अब 15 मार्च तक इन कार्डों की वैधता मान्य रहेगी. 15 मार्च के बाद इन कार्डों को प्रतिबंधित कर दिया जाएगा.
उत्तर प्रदेश सरकार के परिवहन विभाग ने इस प्रकार का निर्णय इसलिए लिया है क्योंकि पुराने स्मार्ट कार्ड कंडक्टर की मशीनों को स्कैन नहीं किया करते थे. जिसके कारण यात्री निशुल्क यात्रा का लाभ उठाते थे. जिससे रोडवेज बस को घाटा होता था.
वापिस पा सकते हैं बैलेंस
साथ ही अगर किसी यात्री ने स्मार्ट कार्ड को रिचार्ज कर लिया है और वो अपना बैलेंस वापस चाहता है तो उसे परेशान होने की भी जरूरत नहीं है क्योंकि वो किसी भी नजदीकी रोडवेज बस डिपो पर जाकर अपने स्मार्ट कार्ड में पड़े बैलेंस को वापस लेने की प्रक्रिया से गुजर कर अपने पैसे वापस पा सकता है.
कासना स्थित ग्रेटर नोएडा डिपो में एआरएम लव कुमार सिंह ने बताया यदि किसी यात्री ने गलती से स्मार्ट कार्ड रिचार्ज कर लिया है तो उसे परेशान होने की जरूरत नहीं है, उसे तुरंत ही अपने नजदीकी रोडवेज बस डिपो पर जाकर स्मार्ट कार्ड में पड़े बैलेंस को वापस लेने के लिए प्रार्थना पत्र देकर अपना बकाया वापस ले सकता है. बस यात्रियों को असुविधा ना हो उसके लिए जल्द ही नई प्रणाली शुरू की जा रही है, जिसकी कवायद जोर शोर से चल रही है.