नई दिल्ली/नोएडा: गौतमबुद्ध नगर में जिला प्रशासन खुले में शराब पीने वालों पर रोक लगाने में लगा हुआ है. जो भी शराब पीता हुआ मिलता है उसके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है, इसके बाद भी शराब पीने वालों की संख्या कम नहीं हुई है.
राजस्व प्राप्ति 17 फीसदी बढ़ोतरी
आबकारी विभाग को पिछले साल से ज्यादा राजस्व की प्राप्ति इस साल हुई है. पिछले साल की तुलना में आबकारी विभाग को 17 प्रतिशत ज्यादा राजस्व प्राप्त हुआ है. इसका मतलब जिले में शराब की खपत और पीने वालों की संख्या बढ़ी है.
शराब की बढ़ती मांग
एक तरफ जिला प्रशासन ऑपरेशन क्लीन चलाकर सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीने वाले शराबियों पर नकेल कसने में जुटा है. वहीं दूसरी तरफ शराब की मांग बढ़ रही है.
पिछले साल जिला प्रशासन को मदिरा की बिक्री से 167 करोड़ का राजस्व मिला था. इस साल राजस्व 17.2 प्रतिशत बढ़कर 187 करोड़ रुपये हो गया.
देसी शराब की बात की जाए तो बीते जून तक गौतमबुद्ध नगर के लोग 72 लाख 68 हजार लीटर शराब गटक गए. अंग्रेजी शराब पीने वालों की संख्या अपेक्षाकृत कम रही.
इस अवधि में 16 लाख 34 हजार लीटर शराब की खपत हुई है. दूसरे नंबर पर बियर रही. 66 लाख 57 हजार लीटर बीयर की खपत हुई.