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परीक्षा में फेल होने के डर से छात्रा ने की थी आत्महत्या, अब चौंकाने वाला रिजल्ट आया सामने - SUCIDE

मृतका की मां का कहना है कि इतने अच्छे रिजल्ट का क्या करें, जिसने बेटी को ही छीन लिया. पिता कहते हैं कि मेरी बेटी बहुत अच्छी थी, हमेशा पढ़ाई में व्यस्त रहती थी. वह बाहर भी ज्यादा नहीं जाती थी. हमने उसे पूरी आजादी दी हुई थी.

परीक्षा में फेल होने के डर से छात्रा ने की थी आत्महत्या, अब चौंकाने वाला रिजल्ट आया सामने
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Published : May 7, 2019, 7:00 AM IST

Updated : May 7, 2019, 3:18 PM IST

नई दिल्ली/नोएडा: दसवीं की परीक्षा में फेल हो जाने के डर से सुसाइड करके अपनी जान गंवा चुकी लड़की का चौंकाने वाला रिजल्ट सामने आया है. हैरानी की बात ये है कि जिस लड़की ने फेल हो जाने के डर से मौत को गले लगा लिया, उसी लड़की ने दसवीं कक्षा में 70 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं.

पंखे से लटककर की आत्महत्या
बता दें कि छात्रा ने पंखे से लटककर 2 दिन पूर्व अपनी जान दे दी थी. मौत के बाद अब हाई स्कूल का रिजल्ट आया है. जिसमें वो 70 प्रतिशत अंकों के साथ पास हुई हैं.

जानकारी के अनुसार अंग्रेजी विषय में उसे फेल होने की सबसे ज्यादा आशंका थी, उसमें उसके 82% मार्क्स आए हैं. परिजनों को इस बात का मलाल है कि वे अपने बेटी के डर को नहीं निकाल पाए. यही कारण है कि आज उनकी मेधावी बेटी उनके बीच नहीं है.

'मेधावी छात्रा थी'
मृतका की मां का कहना है कि इतने अच्छे रिजल्ट का क्या करें, जिसने बेटी को ही छीन लिया. पिता कहते हैं कि मेरी बेटी बहुत अच्छी थी, हमेशा पढ़ाई में व्यस्त रहती थी. वह बाहर भी ज्यादा नहीं जाती थी. हमने उसे पूरी आजादी दी हुई थी.


जब वह अंग्रेजी का पेपर देकर आई थी, तभी से वह कह रही थी कि परीक्षा में प्रश्नों के उत्तर लंबे होने के कारण उसके कुछ प्रश्न छूट गए हैं. जिससे उसे डर है कि कहीं वह फेल ना हो जाए. उन्होंने कहा कि मेरी बेटी एक मेधावी छात्रा थी.

नई दिल्ली/नोएडा: दसवीं की परीक्षा में फेल हो जाने के डर से सुसाइड करके अपनी जान गंवा चुकी लड़की का चौंकाने वाला रिजल्ट सामने आया है. हैरानी की बात ये है कि जिस लड़की ने फेल हो जाने के डर से मौत को गले लगा लिया, उसी लड़की ने दसवीं कक्षा में 70 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं.

पंखे से लटककर की आत्महत्या
बता दें कि छात्रा ने पंखे से लटककर 2 दिन पूर्व अपनी जान दे दी थी. मौत के बाद अब हाई स्कूल का रिजल्ट आया है. जिसमें वो 70 प्रतिशत अंकों के साथ पास हुई हैं.

जानकारी के अनुसार अंग्रेजी विषय में उसे फेल होने की सबसे ज्यादा आशंका थी, उसमें उसके 82% मार्क्स आए हैं. परिजनों को इस बात का मलाल है कि वे अपने बेटी के डर को नहीं निकाल पाए. यही कारण है कि आज उनकी मेधावी बेटी उनके बीच नहीं है.

'मेधावी छात्रा थी'
मृतका की मां का कहना है कि इतने अच्छे रिजल्ट का क्या करें, जिसने बेटी को ही छीन लिया. पिता कहते हैं कि मेरी बेटी बहुत अच्छी थी, हमेशा पढ़ाई में व्यस्त रहती थी. वह बाहर भी ज्यादा नहीं जाती थी. हमने उसे पूरी आजादी दी हुई थी.


जब वह अंग्रेजी का पेपर देकर आई थी, तभी से वह कह रही थी कि परीक्षा में प्रश्नों के उत्तर लंबे होने के कारण उसके कुछ प्रश्न छूट गए हैं. जिससे उसे डर है कि कहीं वह फेल ना हो जाए. उन्होंने कहा कि मेरी बेटी एक मेधावी छात्रा थी.


एग्जामिनेशन में फेल हो जाने के फोबिया के चलते सुसाइट करने वाली,छात्रा 70 फीसदी अंको से पास

 

Noida : एग्जामिनेशन में फेल हो जाने से, जिंदगी की दौड़ में पीछे छूट जाने का डर छात्रो में ऐसा तनाव पैदा कर रहा है, इसे कारण वे अपनी जान दे रहे हैं।  इसी एग्जामिनेशन में फेल हो जाने के फोबिया के चलते नोएडा की एक मेधावी छात्रा ने पंखे से लटककर 2 दिन पूर्व ही अपनी जान दे दी थी।  अब मौत के बाद जो उसका हाई स्कूल रिजल्ट आया है, उसमे वह 70 फ़ीसदी अंको के साथ पास हुई है।  अंग्रेजी का विषय इसमें उसी फेल होने की सबसे ज्यादा आशंका थी, उसमें उसके  82% मार्क्स आए हैं। परिजनों को इस बात का मलाल है कि वे अपने बेटी के दिल में घर कर गए इस डर को निकाल पाए। यही कारण है कि आज उनकी मेधावी बेटी उनके बीच नहीं है।

 

 बेटी की मौत के 2 दिन बाद आए हाई स्कूल के उसके रिजल्ट उड़ीसा से नोएडा आ कर मोरना में रह रहे राऊत परिवार के लोग स्तब्ध हैं। मां तो बिल्कुल पत्थर की जैसे हो गई है, बेटी को याद करके उसकी आंखों से आंसू झरने लगते हैं और वह बोलती है कि अब इतने अच्छे रिजल्ट का क्या करें, जिसने उसकी बेटी को ही छीन लिया है।  पिता कहते हैं मेरी बेटी बहुत अच्छी थी हमेशा पढ़ाई में व्यस्त रहती थी।  वह बाहर भी ज्यादा नहीं जाती थी, लेकिन हमने उसे पूरी आजादी दी हुई थी। जब वह अंग्रेजी का पेपर देकर आई थी, तभी से वह कह रही थी, कि परीक्षा में प्रश्नों के उत्तर लंबे होने के कारण उसके कुछ प्रश्न छूट गए हैं, जिससे उसे डर है कि कहीं वह फेल ना हो जाए।

बाइट – शरद कुमार राऊत (मृतक के पिता)

बाइट – मृतक कि माँ

 

 ….और यही डर शर्मिष्ठा राऊत  के जीवन में धीरे- धीरे ऐसा घर कर गया कि सिर्फ फेल होने की डर से उसने पंखे से लटक कर अपनी जान दे दी। शर्मिष्ठा एक मेधावी छात्रा थी। यह उसी घर पर रखी उसकी ट्राफिया और उसके सर्टिफिकेट बताते हैं। उसे पेंटिंग में भी शौक था और उसने कई अवार्ड जीते थे।  लेकिन एग्जामिनेशन के फोबिया या भय हम चाहे जो भी कहे उसने इस मेधावी छात्रा को की जान ले ली। 






Last Updated : May 7, 2019, 3:18 PM IST
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