नई दिल्ली/नोएडा: कोविड-19 के बीच इस साल नोएडा में रामलीला का मंचन किया जाएगा. हालांकि यहां दर्शकों की संख्या में कमी रहेगी. यहां राम लीला का मंचन सात अक्टूबर से शुरू हो जाएगा.
नोएडा सेक्टर 21 के स्टेडियम में पिछले 35 सालों से लगातार श्री सनातन धर्म रामलीला समिति द्वारा रामलीला का आयोजन किया जाता है. कोरोना महामारी के चलते पिछले वर्ष रामलीला का मंचन नहीं किया गया, पर इस वर्ष रामलीला का मंचन किया जा रहा है. जिसे लेकर पूरी तैयारियां जोरों पर चल रही हैं.
हर साल जहां करीब पांच हजार दर्शकों के बैठने की व्यवस्था की जाती थी. वहीं इस साल ढाई हजार रखी गई है. साथ ही लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क का प्रयोग करने का भी आह्वान किया गया है. रामलीला में इस बार लोगों को खास देखने और सुनने को मिलेगा कि पात्रों के डायलॉग की रिकॉर्डिंग नहीं चलेगी बल्कि पात्र खुद ही डायलॉग बोलेंगे. सबसे ज्यादा खास बात इस बार इस रामलीला में रहेगी कि अयोध्या में बन रहे मंदिर के तर्ज पर यहां का रामलीला का मंच होगा.
श्री सनातन धर्म रामलीला समिति द्वारा किए जा रहे हैं रामलीला मंचन के संबंध में समिति के महासचिव संजय बाली ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में बताया कि सात अक्टूबर से रामलीला का शुभारंभ किया जाएगा. शुभारंभ से पूर्व स्थानीय सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. महेश शर्मा द्वारा भूमि पूजन किया जाएगा.
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रामलीला का समापन 16 अक्टूबर को भरत मिलाप और डांडिया उत्सव के साथ किया जाएगा. रामलीला में आने वाले दर्शकों को मास्क और सैनिटाइजर लेकर आना अनिवार्य होगा, जिनके पास नहीं होगा उन्हें समिति द्वारा मुहैया कराया जाएगा.
उन्होंने बताया कि रामलीला के मंचन में कुल करीब 50 कलाकार शामिल होंगे. जो रत्नाकर ड्रैमेटिक आर्ट प्रोडक्शन दिल्ली के कलाकार होंगे. इसके साथ ही कोविड-19 महामारी के सभी प्रोटोकाल का पूरी तरीके से पालन किया जाएगा.