नई दिल्ली/नोएडा: किसान नेता राकेश टिकैत गुरुवार को उत्तराखंड में शहीद हुये जवान अमरीश त्यागी के आवास पर पहुंचे, जहां उन्होंने शहीद जवान के चित्र पर पुष्प अर्पित किया और शहीद के परिजनों को सांत्वना दी. इसके बाद उन्होंने परिजनों से शहीद जवान की पूरी जर्नी के बारे में जानकारी ली.
बता दें कि शहीद जवान अमरीश त्यागी की सियाचिन में झंडा फहराकर लौटाते वक्त उत्तराखंड की पहाड़ियों में गिरकर मौत हो गई थी. उस समय उनके साथियों के शव तो बरामद कर लिये गये थे लेकिन अमरीश का शव नहीं मिल पाया था. अब करीब 16 साल बाद 23 सितंबर 2021 को उनका शव सेना को मिला. जिसके बाद मंगलवार को उनके गृहग्राम हसाली में पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया था. अंतिम यात्रा के दौरान भी भारी संख्या लोगों का हुजूम उमड़ा था. अब नेताओं का भी लगातार आना जारी है.
16 साल बाद शहीद जवान को सैन्य सम्मान के साथ दी विदाई, अंतिम यात्रा में उमड़ा जनसैलाब
आज परिवहन राज्यमंत्री वीके सिंह के बाद राकेश टिकैत अचानक शहीद के गांव हसाली पहुंचे, जहां उन्होंने सैनिक के परिजनों से बात की. शहीद के भाई ने राकेश टिकैत से बताया कि वह एक जाबांज पर्वतारोही थे. सियाचिन से झंडा फहराकर वापस लौटते वक्त उनके साथ हुए हादसे पर आर्मी ने अमरीश त्यागी के शहीद होने की सूचना दी थी लेकिन उनको विश्वास था कि उनका भाई जिंदा है, लेकिन 23 सितंबर की उनकी आशाएं टूट गईं. इस अवसर पर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के साथ भाकियू के प्रदेश अध्यक्ष राजवीर सिंह जादौन, जिलाध्यक्ष चौ. बिजेंद्र सिंह, किसान नेता टीनू चौधरी दुहाई, चौ.भोपाल सिंह, बिरमपाल चौधरी, पवन चौधरी और ग्राम प्रधान राहुल सैन मौजूद रहे.