नई दिल्ली/नोएडा : गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय के हॉल में प्रेरणा विमर्श 2020 का शुभारंभ हुआ. इस मौके पर विरासत थीम पर लगाई गई चित्र प्रदर्शनी का उद्घाटन गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर भगवती प्रकाश शर्मा ने किया. उन्होंने भारत की विरासत को अमिट बताया और कहा कि आने वाले समय में भारतीय विरासत का बोलबाला पूरे विश्व में होगा. उन्होंने कहा कि विश्व की तमाम सभ्यताओं में भारतीय संस्कृति के चिन्ह मिलते हैं. भारतीय परंपरा पूरी तरह वैज्ञानिक अवधारणा पर आधारित है.
'भारतीय विरासत विश्व में अनमोल'
इस मौके पर बतौर मुख्य वक्ता पहुंचे भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिव प्रकाश ने कहा कि भारतीय विरासत विश्व में अनमोल है. उन्होंने स्वामी विवेकानंद का उदाहरण देकर बताया कि स्वामी जी से पूछा गया कि पुरुष को ही श्रेष्ठ क्यों समझा जाता है? नारी बाद में क्यों आती है? स्वामी जी ने जवाब दिया कि नारी मातृ स्वरूपा है, इसलिए वही पहले होती है. शिव प्रकाश ने युवा पीढ़ी से अपील की कि वे भारतीय विरासत के ध्वजवाहक बनें.
'इतिहास को बदलने की जरूरत'
महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर रजनीश शुक्ला ने भारतीय दर्शन परंपरा के माध्यम से अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि भारतीय विरासत बहुत समृद्ध है. इतिहास को बदलने की जरूरत है. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक और अखिल भारतीय कार्यकारिणी के सदस्य अशोक बेरी ने कहा कि हमने अपने पौराणिक और ऐतिहासिक तथ्यों का कभी गहनता से अध्ययन नहीं किया और न ही उन पर कभी शोध किए, अगर ऐसा होता तो भारतीय विरासत को और अधिक समृद्ध कर विश्व पटल पर रखा जा सकता था.
9 तक चलेगा प्रेरणा विमर्श
समारोह में बीकानेर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आरपी सिंह, अनिल शर्मा, उत्तर प्रदेश व्यापारी बोर्ड के उपाध्यक्ष मनीष गुप्ता ने भी विचार रखे. प्रेरणा विमर्श 2020 का समापन 9 फरवरी को होगा. 7 फरवरी को मीडिया कॉन्क्लेव, 8 फरवरी को सोशल मीडिया कॉन्क्लेव और 9 फरवरी को फिल्म फेस्टिवल होगा. आखिरी दिन चुनिंदा फिल्मों, प्रतिभा खोज परीक्षा और निबंध प्रतियोगिता के विजेताओं को सम्मानित भी किया जाएगा.