नई दिल्ली/नोएडा: कोरोना जैसी महामारी को दूर करने और लॉकडाउन (धारा 144) को पूरी तरीके से अमल में लाने के उद्देश्य से गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन पूरी तरीके से कमर कसे हुए है. जिले के सभी बॉर्डर को जहां सील कर दिया गया है.
वहीं जिले के अंदर जितने भी संवेदनशील और अतिसंवेदनशील क्षेत्र हैं. वहां भी सड़कों पर बैरिकेडिंग लगाकर सघन रूप से वाहनों के साथ ही हर आने जाने वाले को रोका जा रहा और लॉकडाउन का उसे पालन करने का पाठ पढ़ाया जा रहा है. पुलिस किसी को भी दिन ढलने के बाद घर से निकलने की अनुमति नहीं दे रही है, अगर उसके पास विशेष परिस्थिति है तभी उसे जाने की अनुमति दी जा रही है.
रात में भी सख्त हुई पुलिस
लॉकडाउन का गौतमबुद्ध नगर जिले में पूरी तरीके से शक्ति के साथ पालन कराने में पुलिस और जिला प्रशासन दोनों ही लगे हुए हैं. दिन में जहां पुलिस बॉर्डर पर सघनता से बॉर्डर पर आने वाले लोगों की जांच कर रही है, वही दिन ढलने के बाद बॉर्डर के साथ ही जिले के अंदर बैरिकेडिंग लगाकर संवेदनशील और अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में सड़कों पर उतर रही है. ताकि बेवजह लोग अपने घरों से बाहर ना निकले. जो निकल रहे हैं पुलिस उन्हें लॉकडाउन का पाठ पढ़ा रही है.
झुग्गियों की तरफ विशेष ध्यान
लॉकडाउन के दौरान सबसे ज्यादा देखा जाए तो झुग्गियों में रहने वाले लोग गंभीरता से कानून का पालन नहीं कर रहे हैं. जिसके चलते जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन काफी चिंतित है कि कहीं इन की लापरवाही से कोरोना वायरस को बढ़ावा ना मिल जाए. ऐसे क्षेत्रों को चिन्हित कर पुलिस पेट्रोलिंग और पैदल मार्च दिन और रात दोनों समय में कर रही है.
ड्रोन के माध्यम से लोगों पर निगरानी
लॉकडाउन के संबंध में पुलिस के आला अधिकारियों का कहना है कि जमीन के साथ ही आसमान से ड्रोन के माध्यम से भी लोगों पर निगरानी रखी जा रही है. कोई भी व्यक्ति अगर लॉकडाउन और धारा 144 का उल्लंघन करता है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.