नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा पुलिस ने समाजवादी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को किसानों के समर्थन में पदयात्रा निकालने से रोका. जिले की पुलिस ने सेक्टर 107 स्थित समाजवादी पार्टी के कार्यालय को घेर लिया. जिले में धारा 144 लगी होने के कारण उन्हें पद यात्रा निकालने से रोक दिया है. केंद्र सरकार के कृषि बिलों का विरोध कर रहे किसानों के समर्थन में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के आवाहन पर गौतम बुध नगर में किसान पदयात्रा निकालने का ऐलान किया गया था.
नोएडा के सेक्टर सलारपुर स्थित समाजवादी पार्टी कार्यालय पुलिस के जवान और पुलिस अधिकारी को घेरे हुए हैं. ये लोग सपा कार्यकर्ताओं को पदयात्रा ना निकालने के लिए मनाने में लगे थे. पुलिस के अधिकारी एकत्रित कार्यकर्ताओं को समझाने में जुटे थे कि जिले में 6 दिसंबर से धारा 144 लागू की गई है, जिसके चलते किसी प्रकार के धरना-प्रदर्शन, आंदोलन और लोगों को एक जगह इकट्ठा होने की इजाजत नहीं है. उत्तर प्रदेश आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 की धारा 2 की उपधारा (जी) के अंतर्गत कोविड-19 के कारण फैल रही महामारी को आपदा घोषित किया गया है. इस संबंध में संशोधित गाइडलाइन्स भी जारी की गई है. जिसके कारण जिले में कोरोना के बढ़ते मामलों को कारण की धारा 144 लगाई गई है.
सरकार काले कानून को थोपने में लगी
सपा के कार्यकर्ताओं का कहना है कि केंद्र सरकार जबरन किसानों पर यह काले कानून को थोपने में लगी है. जिसका समाजवादी पार्टी विरोध करती है और किसानों को समर्थन देने और लोगों को काले कानून के बारे में जागरूक करने के लिए वह पदयात्रा निकालना चाहती थी. लेकिन जिले में धारा 144 लागू होने का हवाला देकर उनकी पदयात्रा को रोका गया है. इसके लिए सलारपुर गांव को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है.
भाजपा कोई कार्यक्रम करती है तो कोरोना नहीं होता
सपा के नेताओं का कहना है कि सरकार किसानों की आवाज को दबा नहीं सकती है. उनका कहना है कि भाजपा जब भी कोई कार्यक्रम करती है तो कोरोना नहीं होता है. लेकिन जब किसानों के समर्थन में समाजवादी पार्टी उन्हें जागरूक करने के लिए पदयात्रा निकालना चाहती है, तब हमें कोरोना का भय दिखाया जाता है.