नई दिल्ली/नोएडाः कृषि कानून के विरोध में किसानों द्वारा लगातार विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. कुछ महीने पूर्व नोएडा के चिल्ला बॉर्डर पर भारतीय किसान यूनियन भानु गुट द्वारा धरना प्रदर्शन किया गया था. वहीं पुलिस-प्रशासन द्वारा काफी मान मनौव्वल के बाद भानु गुट ने अपना धरना-प्रदर्शन समाप्त कर दिया था और प्रशासन ने महीनों से बंद यातायात को चालू कर दिया था, लेकिन राजस्थान के अलवर में किसान नेता राकेश टिकैत के काफिले पर हमले के बाद किसानों ने एक बार फिर चिल्ला बॉर्डर पर प्रदर्शन शुरू कर दिया था, जिसके चलते घंटों चिल्ला बॉर्डर पर ट्रैफिक जाम रहा.
इस दौरान किसानों ने प्रशासन से राकेश टिकैत की सुरक्षा पर भी सवाल खड़े किए. वहीं अधिकारियों के समझाने के बाद चिल्ला बॉर्डर को किसानों द्वारा खोला गया. किसानों ने राकेश टिकैत के ऊपर हमला करने वाले दोषियों की गिरफ्तारी की भी बात कही. साथ ही यह भी कहा कि अगर दोषी जल्दी गिरफ्तार न हुए, तो नोएडा के सभी बॉर्डर पर किसान धरना देंगे.
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भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती
वहीं किसानों के दावे के बाद नोएडा पुलिस और दिल्ली पुलिस एक बार फिर अलर्ट पर हैं. दिल्ली से सटे सभी बॉर्डरों पर भारी संख्या में सिविल पुलिस और अर्धसैनिक बल को तैनात किया गया है और पूरी निगरानी रखी जा रही है. दिल्ली पुलिस की तरफ से भी बैरियर और फोर्स तैनात की गई है, ताकि कोई भी किसान संगठन चिल्ला बॉर्डर पर धरना प्रदर्शन न कर सके.
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कहां-कहां पुलिस फोर्स की तैनाती..?
संभावित धरना-प्रदर्शन को देखते हुए गौतमबुद्ध नगर पुलिस द्वारा दिल्ली से लगने वाले सभी बॉर्डर पर सिविल पुलिस, पीएसी और आरआरएफ के जवान तैनात किए गए हैं. नोएडा के चिल्ला बॉर्डर, डीएनडी बॉर्डर, कालिंदी कुंज और एनआईबी बॉर्डर पर विशेष रूप से जवानों की तैनाती की गई है. अधिकारियों का कहना है कि पुलिस की यह तैनाती आगे भी जारी रहेगी.