नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा के थाना सेक्टर 58 पुलिस ने रेलवे के ग्रुप डी की परीक्षा में आधुनिक तकनीक के सहारे सेंध लगाने वाले सात छात्रों सहित एक अन्य व्यक्ति को गिरफ्तार किया (one solver and 7 students arrested in noida) है. सॉल्वर गैंग का व्यक्ति इन सात छात्रों से ब्लूटूथ के जरिए जुड़ा था. अधिकारियों की नजर परीक्षा हाल के अंदर चेकिंग के दौरान एक छात्र पर पड़ी. संदिग्ध लगने पर जब छात्र की तलाशी ली गई तो उसने सारा राज उगल दिया. इसके बाद अन्य छात्रों की भी तलाशी ली गई जिनके पास से ब्लूटूथ बरामद हुआ. परीक्षा थाना क्षेत्र के सेक्टर 62 में की गई थी.
इस घटना की जानकारी मैनेजमेंट की तरफ से सेक्टर-58 थाना पुलिस को दी गई. मामले में आईओएन डिजिटल जोन के एक कर्मचारी की भूमिका संदिग्ध बताई जा रही है जिसके बाद पुलिस ने उससे भी पूछताछ शुरू कर दी है. आरोप है कि संस्थान के मेंटेनेंस कर्मचारी प्रवीण बंसल ने छात्रों को अंदर प्रवेश कराया था. डीसीपी नोएडा हरीश चंदर ने बताया कि सेक्टर-62 स्थित आईओएन डिजिटल जोन में रेलवे के ग्रुप डी की परीक्षा थी. पहली पाली में आयोजित परीक्षा में शामिल होने आए छात्रों के पास माइक्रो ब्लूटूथ डिवाइस मिली. गिरफ्तार गए छात्रों की पहचान रवि कुमार, दीपक कुमार, मोनू, प्रवेंद्र, पवन कुमार, रजत और प्रवीण के रूप में हुई है.
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छात्र हरियाणा, सोनीपत, शामली और बागपत के हैं. छात्रों को मैसेज के जरिए बताया गया था कि संस्थान का एक कर्मचारी उन्हें चेकिंग कर अंदर ले जाएगा. हालांकि छात्रों तक ब्लूटूथ डिवाइस किसने पहुंचाई, इसके बारे में अभी तक छात्रों ने नहीं बताया है. वहीं जांच में सामने आया है कि साल्वर गिरोह के शातिर एक दिन पहले ही शामली और बागपत से नोएडा आ गए थे. आईओएन डिजिटल जोन के अधिकारी के द्वारा इस मामले की तहरीर पुलिस को दी गई है. तीन पालियों में आयोजित परीक्षा में पहली पाली में चार, दूसरी पाली में दो एवं अंतिम पाली में एक छात्र पकड़ा गया.
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सॉल्वर गैंग के पकड़े जाने के संबंध में ज्यादा जानकारी देते हुए डीसीपी नोएडा हरीश चंदर ने बताया कि शुरुआती जांच में सामने आया है कि इस काम के लिए 50 हजार रुपये प्रति छात्र के हिसाब से तय हुआ था. पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि परीक्षा में पास कराने के लिए प्रवीण नाम के व्यक्ति ने उनसे संपर्क किया था. इसके लिए छात्रों से मिलकर एक लाख रुपये एडवांस लिए गए थे और बाद में सभी को 50 हजार रुपये देने थे. गिरोह के सरगना ने छात्रों को बताया था कि परीक्षा के बाहर उनका सॉल्वर मौजूद रहेगा, जो हर सवाल का जवाब देगा. सॉल्वर को भी इसमें 30 से 40 हजार रुपये मिलने की बात कही जा रही है. फिलहाल पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार कर मामले की जांच कर रही है.
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