नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली से सटे नोएडा के सेक्टर 108 में ट्रैफिक पार्क है. इसे पुलिस कमिश्नर ऑफिस बनने से परिवहन विभाग को दफ्तर के लिए लंबा इंतजार करना पड़ेगा. परिवहन विभाग ने जरूरी बदलाव के लिए मुख्यालय को 1 करोड़ 43 लाख रुपये का एस्टीमेट भेजा. लेकिन बजट तो पास हुआ नहीं ऊपर से मुख्यालय भी CP के पास चला गया.
ट्रैफिक पार्क बना CP ऑफिस
जनवरी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्रैफिक पार्क का उद्घाटन किया था. ट्रैफिक पार्क को 8 एकड़ में बनाया गया है. ट्रैफिक पार्क की लागत 34.71 करोड़ रुपये आई थी. यहां ट्रैफिक से जुड़ी हर जानकारी मिलती. ट्रैफिक पार्क में 200 लोगों के बैठने की सुविधा के साथ ऑडिटोरियम ड्राइविंग लाइसेंस के लिए प्रैक्टिकल टेस्ट, फ्लाईओवर, बस स्टॉप, सब-वे, ट्रैफिक सिग्नल और फुटपाथ समेत दूसरे कई मॉडल बने हैं.
हाथ से निकला ट्रैफिक पार्क
एआरटीओ कार्यालयों को ट्रैफिक पार्क में शिफ्ट करने के लिए 1.43 करोड़ रुपए के फंड को शासन ने मंजूरी नहीं दी. इस पार्क में एआरटीओ, प्रशासन, प्रवर्तन और पीटीओ के अलावा दूसरे कर्मियों के लिए भी कमरे बने थे.
साथ ही सिस्टम के लिए नेटवर्क और बिजली कनेक्शन के लिए भी फंड की जरूरत थी. पिछले साल जुलाई में परिवहन आयुक्त ने खुद ही ट्रैफिक पार्क का दौरा कर जल शुरुआत की बात कही थी. लेकिन अब यह ऑफिस परिवहन विभाग के हाथ से निकल गया है.
गौतमबुद्ध नगर कमिश्नर ऑफ पुलिस आलोक सिंह यहां जल्द बैठेंगे. फिलहाल अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी कर जल्द काम की बात कही गई है. उम्मीद जताई जा रही है कि अगले हफ्ते से CP बैठेंगे.