नई दिल्ली/नोएडा: कोरोना वायरस के खतरे ने हर किसी को घर में रहने के लिए मजबूर कर दिया है. रोज कमाने-खाने वालों के लिए इस मजबूरी ने बड़ा संकट खड़ा कर दिया है. गौतमबुद्ध नगर पुलिस प्रशासन ने इस संकट का एक संवदेनशील उपाय निकाला है.
पुलिस ने ऐसे घरों में राशन पहुंचाने की जिम्मेदारी उठाई है, जिनके घर में बाहर जाने वाला कोई नहीं है. जिले में करीब 12000 लोगों को पुलिस द्वारा मदद पहुंचाई गई है.
रोजाना पहुंच रहा राशन
गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह ने बताया कि हमने जरूरतमंदों तक राशन पहुंचाने का बीड़ा उठाया है. हमारी कोशिश है कि जनपद में कोई भूखे पेट ना सोए. इसके लिए बकायदा राशन भंडार बनाया गया है. इस कार्य में अलग-अलग संगठन और स्वयंसेवी संस्थाएं पुलिस की मदद कर रही हैं.
इस कार्य के लिए डिप्टी पुलिस कमिश्नर वृंदा शुक्ला मोबाइल नंबर 8595902510 को नोडल अधिकारी बनाया गया है. जनपद के जो भी गैर सरकारी संगठन इस पुनीत कार्य मे पुलिस की मदद करना चाहें, वो इनसे संपर्क कर सकते हैं.
करीब 12000 लोगों की मदद
पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह ने बताया कि राशन भंडार से हर रोज पुलिस गाड़ियों में राशन लोड कर जरूरतमंदों तक पहुंचा रही है. पुलिस द्वारा शुरू की गई इस सुविधा से अब तक किसी ना किसी रूप में करीब 12000 लोग लाभान्वित हो चुके हैं. पीआरवी और पुलिस थानों पर तैनात पुलिसकर्मियों को जैसे ही किसी कॉलर द्वारा अपनी परेशानी बताई जाती है. उसी समय कॉलर के लोकेशन पर पहुंच कर उसे जरूरी आवश्यक दवा, राशन और उसकी जरूरत की अन्य वस्तुएं पहुंचाई जा रही हैं.
पुलिस सेवा 24 घंटे उपलब्ध
गरीब व जरूरतमंदों के लिए पुलिस व पीआरवी की उपलब्धता 24 घंटे है. लॉकडाउन में पीआरवी लोगों की सबसे बड़ी मददगार साबित हो रही है. इसके अलावा भी पीआरवी व थानों में जरूरतमंदों के फोन आने पर राशन, दूध, सब्जी, दवा आदि की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है.
किसी भी प्रकार की सूचना मिलते ही पीआरवी व संबंधित थाना तुरंत रिस्पांड कर रहा है. उन्होंने जनपद की गैर-सरकारी एवं स्वैच्छिक संगठनों से इस पुनीत कार्य मे आगे आकर बढ़ चढ़कर सहयोग करने की अपील की है.