नई दिल्ली/ग्रे. नोएडा: गलवान घाटी में चीन और भारत के बीच हुए विवाद के बाद भारत की जनता में बेहद आक्रोश दिखाई पड़ रहा है. गलवान में 20 सैनिकों की शहादत के बाद लोगों ने अब यह तय कर लिया है कि वह चीन को सबक सिखा कर रहेंगे.
इस कारण चीन और चीन के बने सामान का विरोध चारों तरफ देखने को मिल रहा है. ग्रेटर नोएडा वेस्ट की कई सोसायटीज के रेजिडेंट ने यह तय किया है कि वह अब चाइना के बने सामान का इस्तेमाल नहीं करेंगे.
ग्रेटर नोएडा वेस्ट की 3 सोसाइटीज में ऐसे पोस्टर लगाने शुरू कर दिए हैं जिसमें लिखा है कि चीन के सामान का बहिष्कार करो, सोसायटी के गेट से लेकर सभी दुकानों के बाहर इस तरह के पोस्टर लगा दिए गए हैं.
चीन प्रोडक्ट्स का बहिष्कार
सिर्फ रेजिडेंट ही नहीं बल्कि नोएडा के व्यापारियों ने भी अब यह तय कर लिया है कि चीन के सामान का बहिष्कार करेंगे, नोएडा की मार्केट एसोसिएशन के व्यापारियों ने भी कहा कि आने वाले रक्षाबंधन में वह चीन की बनी राखियों का इस्तेमाल नहीं करेंगे. मतलब बाजार में अब चीन की चमचमाती राखियां नहीं दिखाई पड़ेंगी, नोएडा के बाजारों में अब तक बिकने वाली राशियों में 60 परसेंट राखियां चीन की होती थी.
रक्षाबंधन पर नहीं दिखेंगी चीनी राखी
सेक्टर 18 मार्केट एसोसिएशन के अध्यक्ष सुशील जैन ने स्पष्ट किया कि इस बार रक्षाबंधन पर चीन की राशियां व्यापारी नहीं बेचेंगे. चीन के सामान का चारों तरफ जमकर विरोध हो रहा है. रेसिडेंट्स ने सोसाइटी में पोस्टर बॉयकाट चाइना प्रोडक्ट लगाए हैं. कुल मिलाकर देश की जनता ने चीन को सबक सिखाने का अपना तरीका ढूंढ लिया है.