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लॉकडाउन: डेढ़ महीने से नोएडा में फंसा प्रवासी, मानसिक रोगी होने की आशंका - police searching identity

नोएडा सेक्टर-19 के शेल्टर होम में एक प्रवासी 5 अप्रैल से रह रहा है. पुलिस उसे यहां लेकर आई थी. युवक से पूछताछ में उसके बारे में कुछ पता नहीं चल पा रहा है. जिसके कारण प्रशासन उसे उसके घर नहीं भेज पा रहा है. ईटीवी भारत की टीम ने उससे बात करने की कोशिश की लेकिन युवक अपने बारे में कोई साफ बात नहीं बता पा रहा है.

man living in noida shelter home
मानसिक रोगी होने की आशंका
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Published : May 17, 2020, 5:30 PM IST

Updated : May 17, 2020, 6:45 PM IST

नई दिल्ली/नोएडा: देश में लॉकडाउन के दौरान कई राज्यों और जिलों के रहने वाले लोग कहीं ना कहीं घर जाने के लिए पैदल निकले और रास्ते में फंस गए. ऐसा ही एक मामला नोएडा के सेक्टर-19 का है, जहां शेल्टर होम में दिल्ली से चला एक युवक 5 अप्रैल से रुका हुआ है. वो घर सिर्फ इसलिए नहीं जा पा रहा क्योंकि उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं बताई जा रही है.

डेढ़ महीने से नोएडा में फंसा प्रवासी

युवक के बारे में नहीं मिल रही सही जानकारी

युवक पहले तो सिर्फ अपना घर झारखंड बता रहा था. लेकिन आज ईटीवी भारत से बातचीत में उसने अपना नाम रोहित और पिता का नाम कार्तिक बताया. जिला साहिबगंज और गांव तेली टोला बता रहा है पर वो यहां कैसे आया और अब यहां से कैसे जाएगा, उसे कुछ पता नहीं है. शेल्टर होम के केयरटेकर का कहना कि मानसिक स्थिति अच्छी नहीं है. इसकी जानकारी प्रशासन को दे दी गई है. अब ये घर कब तक जाएगा प्रशासन पर निर्भर करता है.

युवक के मानसिक रोगी होने की आशंका

नोएडा के सेक्टर-19 स्थित बारात घर को लॉकडाउन के दौरान प्रवासी लोगों के लिए शेल्टर होम बनाया गया था. यहां उन्हें भी रखा जा रहा है. जो लोग दूसरे जिलों और राज्यों से पैदल अपने घरों को निकल रहे हैं और सीमा पर पकड़े जाने पर यहां रखा जा रहा है. ऐसे में ही एक युवक को पुलिस ने 5 अप्रैल को शेल्टर में भेजा था. जिसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं बताई जा रही है. यहां से तमाम जिलों और राज्यों के लोग चले गए. लेकिन युवक इसलिए नहीं जा पा रहा, क्योंकि वो अपने घर का पता सही नहीं बता पा रहा.

अलग-अलग पता बताया

शुरुआती दौर में युवक अपने आप को झारखंड का निवासी बता रहा था. आज ईटीवी भारत से खास बातचीत में उसने बताया कि उसका नाम रोहित पिता का नाम कार्तिक मां का नाम प्रभावती देवी जिला साहिबगंज गांव तेली टोला झारखंड राज्य बता रहा है. लेकिन कुछ ही देर बाद वो अपना पता कुछ और बताने लग गया. जिसके चलते शेल्टर होम के केयरटेकर की ओर से उसे अभी भेजने का इंतजाम नहीं किया गया है. युवक 5 अप्रैल से अभी तक शेल्टर होम में ही रह रहा है.

दिल्ली से पैदल नोएडा आया था युवक

शेल्टर होम के केयरटेकर अरविंद का कहना है कि पुलिस युवक को 5 अप्रैल को यहां लेकर आई थी. अब तक इसने सिर्फ अपना नाम रोहित और झारखंड दो चीज बतायी थी. आज ईटीवी भारत से बाद में इसने कुछ और खुलासे किए हैं. इसकी मानसिक स्थिति ठीक ना होने के चलते इसको यहां से इसके घर नहीं भेजा जा रहा है. ये युवक दिल्ली से नोएडा पैदल आया था, तभी पुलिस इसे लेकर आई थी. इसको घर भेजने और उसकी मानसिक स्थिति की जानकारी प्रशासन को दे दी गई है. अब देखना होगा कि प्रशासन कब इसे घर भेजने के लिए निर्णय लेता है.



ईटीवी भारत की अपील

ईटीवी भारत अपने दर्शक और लोगों से अपील करता है कि इस युवक को अगर पहचाने तो वो नोएडा पुलिस से संपर्क करें, नोएडा पुलिस में खासतौर से नोएडा के थाना सेक्टर-20 पुलिस से, थाना सेक्टर-20 के प्रभारी निरीक्षक आरके सिंह का मोबाइल नंबर 85959 02530 है. वहीं ईटीवी भारत से संपर्क कर इसी युवक को उसके घर पहुंचाने में मदद करें.

नई दिल्ली/नोएडा: देश में लॉकडाउन के दौरान कई राज्यों और जिलों के रहने वाले लोग कहीं ना कहीं घर जाने के लिए पैदल निकले और रास्ते में फंस गए. ऐसा ही एक मामला नोएडा के सेक्टर-19 का है, जहां शेल्टर होम में दिल्ली से चला एक युवक 5 अप्रैल से रुका हुआ है. वो घर सिर्फ इसलिए नहीं जा पा रहा क्योंकि उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं बताई जा रही है.

डेढ़ महीने से नोएडा में फंसा प्रवासी

युवक के बारे में नहीं मिल रही सही जानकारी

युवक पहले तो सिर्फ अपना घर झारखंड बता रहा था. लेकिन आज ईटीवी भारत से बातचीत में उसने अपना नाम रोहित और पिता का नाम कार्तिक बताया. जिला साहिबगंज और गांव तेली टोला बता रहा है पर वो यहां कैसे आया और अब यहां से कैसे जाएगा, उसे कुछ पता नहीं है. शेल्टर होम के केयरटेकर का कहना कि मानसिक स्थिति अच्छी नहीं है. इसकी जानकारी प्रशासन को दे दी गई है. अब ये घर कब तक जाएगा प्रशासन पर निर्भर करता है.

युवक के मानसिक रोगी होने की आशंका

नोएडा के सेक्टर-19 स्थित बारात घर को लॉकडाउन के दौरान प्रवासी लोगों के लिए शेल्टर होम बनाया गया था. यहां उन्हें भी रखा जा रहा है. जो लोग दूसरे जिलों और राज्यों से पैदल अपने घरों को निकल रहे हैं और सीमा पर पकड़े जाने पर यहां रखा जा रहा है. ऐसे में ही एक युवक को पुलिस ने 5 अप्रैल को शेल्टर में भेजा था. जिसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं बताई जा रही है. यहां से तमाम जिलों और राज्यों के लोग चले गए. लेकिन युवक इसलिए नहीं जा पा रहा, क्योंकि वो अपने घर का पता सही नहीं बता पा रहा.

अलग-अलग पता बताया

शुरुआती दौर में युवक अपने आप को झारखंड का निवासी बता रहा था. आज ईटीवी भारत से खास बातचीत में उसने बताया कि उसका नाम रोहित पिता का नाम कार्तिक मां का नाम प्रभावती देवी जिला साहिबगंज गांव तेली टोला झारखंड राज्य बता रहा है. लेकिन कुछ ही देर बाद वो अपना पता कुछ और बताने लग गया. जिसके चलते शेल्टर होम के केयरटेकर की ओर से उसे अभी भेजने का इंतजाम नहीं किया गया है. युवक 5 अप्रैल से अभी तक शेल्टर होम में ही रह रहा है.

दिल्ली से पैदल नोएडा आया था युवक

शेल्टर होम के केयरटेकर अरविंद का कहना है कि पुलिस युवक को 5 अप्रैल को यहां लेकर आई थी. अब तक इसने सिर्फ अपना नाम रोहित और झारखंड दो चीज बतायी थी. आज ईटीवी भारत से बाद में इसने कुछ और खुलासे किए हैं. इसकी मानसिक स्थिति ठीक ना होने के चलते इसको यहां से इसके घर नहीं भेजा जा रहा है. ये युवक दिल्ली से नोएडा पैदल आया था, तभी पुलिस इसे लेकर आई थी. इसको घर भेजने और उसकी मानसिक स्थिति की जानकारी प्रशासन को दे दी गई है. अब देखना होगा कि प्रशासन कब इसे घर भेजने के लिए निर्णय लेता है.



ईटीवी भारत की अपील

ईटीवी भारत अपने दर्शक और लोगों से अपील करता है कि इस युवक को अगर पहचाने तो वो नोएडा पुलिस से संपर्क करें, नोएडा पुलिस में खासतौर से नोएडा के थाना सेक्टर-20 पुलिस से, थाना सेक्टर-20 के प्रभारी निरीक्षक आरके सिंह का मोबाइल नंबर 85959 02530 है. वहीं ईटीवी भारत से संपर्क कर इसी युवक को उसके घर पहुंचाने में मदद करें.

Last Updated : May 17, 2020, 6:45 PM IST
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