नई दिल्ली/नोएडा: लोकमंच के सांस्कृतिक कार्यक्रम में सामाजिक पक्ष प्रस्तुत करने के लिए मानस रस गंगा का आयोजन किया गया. यह आयोजन नोएडा के सेक्टर 15 स्थित नोएडा पब्लिक लाइब्रेरी में किया गया.
इस अवसर पर दीपक श्रीवास्तव ने रामायण की व्याख्या अपने ही अंदाज में की. जिसमें बड़ों का सम्मान, और लक्ष्य प्राप्ति की प्रेरणा हम रामायण के संदर्भ में कैसे प्राप्त कर सकते हैं.
मानस रस गंगा पर चर्चा
पहला कदम संस्कृति की ओर के प्रोजेक्ट चेयरमैन राज्यसभा के पूर्व महासचिव योगेंद्र नारायण ने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य नोएडा की सांस्कृतिक शून्य आध्योगिक नागरी में अपने सांस्कृतिक जीवन में एक नया मोड़ देना हैं.
ताकि सांस्कृतिक वातावरण बनाया जा सके. उन्होने मानस रस गंगा की चर्चा करते हुए कहा की राम एक भगवान ही नहीं, एक प्रतीक हैं, जो अपने आदर्श चरित्र से हमें प्रेरित करते हैं.
प्रेरणादायी भगवान राम का जीवन
आज के विद्यार्थियों राम के जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए, सीखना चाहिए कि लक्ष्य की प्राप्ति कैसे की जाती है. उन्होने दुखों को झेला, पिता का आदेश मान कर उन्होंने 14 वर्ष का वनवास भी काटा. उन्होने कहा की नोएडा में पूरे वर्ष सभी विधाओं के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है. जिससे गुम होती कला की विधाओं और उभरती प्रतिभा के कलाकारों को जोड़कर एक साझा मंच उपलब्ध कराया जा सके.
बच्चों को दी जाए सांस्कृतिक शिक्षा
नोएडा लोक मंच के महासचिव महेश सक्सेना ने कहा की हम चाहते हैं कि स्कूलों में हर सत्र में हम छात्रों बीच जाकर सांस्कृतिक शून्य को दूर करने का प्रयास करें, वरना हमारे बच्चे केवल व्हाट्सएप और गेम में ही उलझ कर के रह जाएंगे.