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नोएडा: जिला अस्पताल में सुविधाओं का अभाव, गरीब मरीज हो रहे परेशान - etv bharat

नोएडा के जिला अस्पताल में सुविधा ने होने के कारण प्रतिदिन 20 से 25 मरीजों के हायर सेंटर के लिए रेफर किया जाता है. अब तक 100 से अधिक मरीजों को हायर सेंटर रेफर किया गया.

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नोएडा अस्पताल
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Published : Dec 10, 2019, 12:22 PM IST


नई दिल्ली/ नोएडा: दिल्ली से सटे नोएडा के सेक्टर 30 में बना जिला अस्पताल में सुविधाओं के अभाव के चलते मरीजों को हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया जाता है. इस तरफ प्रशासन कोई ध्यान नहीं दे रहा.

जिला अस्पताल में सुविधाओं का आभाव

क्या कहते है डॉक्टर

अस्पताल में वेंटिलेटर, आई सी यू ,और न्यूरो सर्जन नहीं है. इसके साथ ही कई छोटी-छोटी सुविधाएं अस्पताल में नहीं है. सुविधाओं के अभाव के चलते प्रतिदिन 20 से 25 मरीजों को नोएडा के जिला अस्पताल से हायर सेंटर में रेफर किया जाता है. कहा जाता है कि यह अस्पताल गरीबों के लिए बनाया गया है, जहां एक रुपए की पर्ची बनने के बाद मरीजों को सारी सुविधांए मिलेगी. ये बात नोएडा के जिला अस्पताल के ईएमओ डॉक्टर अभिषेक त्रिपाठी ने बताई.


अस्पताल के सूत्रों की माने तो अस्पताल प्रशासन द्वारा शासन को सुविधाओं और डॉक्टरों की कमी के संबंध में कई बार अवगत कराया जा चुका है. लेकिन उसके बाद भी हालात वैसे के वैसे ही हैं. अस्पताल से नवंबर महीने में 111 मरीजों को रेफर किया गया है.



अस्पताल का प्रोजेक्ट और हाल
नोएडा का जिला अस्पताल करीब 600 करोड़ रुपए की लागत से बनाया गया है और यह अस्पताल पूर्व मुख्यमंत्री मायावती का ड्रीम प्रोजेक्ट भी कहा जाता है. अस्पताल को दो पार्ट्स मे बांट दिया गया है, जिसके चलते अस्पताल बड़ा होने की जगह छोटा होता गया.
वहीं अब जो मरीज बेहतर इलाज के लिए उन्हें हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया जाता है , देखा जाए तो जिला अस्पताल सिर्फ मरीजों को रेफर करने का अस्पताल बनकर रह गया है.



नई दिल्ली/ नोएडा: दिल्ली से सटे नोएडा के सेक्टर 30 में बना जिला अस्पताल में सुविधाओं के अभाव के चलते मरीजों को हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया जाता है. इस तरफ प्रशासन कोई ध्यान नहीं दे रहा.

जिला अस्पताल में सुविधाओं का आभाव

क्या कहते है डॉक्टर

अस्पताल में वेंटिलेटर, आई सी यू ,और न्यूरो सर्जन नहीं है. इसके साथ ही कई छोटी-छोटी सुविधाएं अस्पताल में नहीं है. सुविधाओं के अभाव के चलते प्रतिदिन 20 से 25 मरीजों को नोएडा के जिला अस्पताल से हायर सेंटर में रेफर किया जाता है. कहा जाता है कि यह अस्पताल गरीबों के लिए बनाया गया है, जहां एक रुपए की पर्ची बनने के बाद मरीजों को सारी सुविधांए मिलेगी. ये बात नोएडा के जिला अस्पताल के ईएमओ डॉक्टर अभिषेक त्रिपाठी ने बताई.


अस्पताल के सूत्रों की माने तो अस्पताल प्रशासन द्वारा शासन को सुविधाओं और डॉक्टरों की कमी के संबंध में कई बार अवगत कराया जा चुका है. लेकिन उसके बाद भी हालात वैसे के वैसे ही हैं. अस्पताल से नवंबर महीने में 111 मरीजों को रेफर किया गया है.



अस्पताल का प्रोजेक्ट और हाल
नोएडा का जिला अस्पताल करीब 600 करोड़ रुपए की लागत से बनाया गया है और यह अस्पताल पूर्व मुख्यमंत्री मायावती का ड्रीम प्रोजेक्ट भी कहा जाता है. अस्पताल को दो पार्ट्स मे बांट दिया गया है, जिसके चलते अस्पताल बड़ा होने की जगह छोटा होता गया.
वहीं अब जो मरीज बेहतर इलाज के लिए उन्हें हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया जाता है , देखा जाए तो जिला अस्पताल सिर्फ मरीजों को रेफर करने का अस्पताल बनकर रह गया है.


Intro:नोएडा---
नोएडा के सेक्टर 30 में बना जिला अस्पताल आज सुविधाओं के अभाव के चलते वहां आने वाले ज्यादातर मरीज हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिए जाते हैं । क्योंकि जिला अस्पताल में मरीजों को बेहतर इलाज देने की सुविधा ही नहीं है। यह बात वहां के डॉक्टर भी मानते हैं, महीने में 100 से अधिक मरीज नोएडा से हायर सेंटर के लिए रेफर किए जा रहे हैं, जिस तरफ शासन और प्रशासन कोई भी ध्यान नहीं दे रहा है । देखा जाए तो भगवान भरोसे ही चल रहा है नोएडा का जिला अस्पताल !



Body:क्या कहते है डॉक्टर --
वेंटिलेटर से लेकर आई सी यू और आईसीयू से लेकर न्यूरो सर्जन तक देखा जाता तो जिला अस्पताल में नहीं है।इसके साथ ही बहुत सी ऐसी छोटी सी छोटी सुविधाएं जो एक अस्पताल में होनी चाहिए वह नोएडा के जिला अस्पताल में ना होने के चलते प्रतिदिन 20 से 25 मरीज नोएडा के जिला अस्पताल से हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिए जाते हैं । नोएडा का जिला अस्पताल कहा जाता है कि गरीबों के लिए बनाया गया है, जहां एक रुपए की पर्ची बनने के बाद मरीज को हर वह सुविधा मिलेगी जो एक अस्पताल में होनी चाहिए पर यहां मरीज को इलाज की जगह हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया जाता है । यह बात नोएडा के जिला अस्पताल के ईएमओ डॉक्टर अभिषेक त्रिपाठी ने बताया।
अस्पताल के सूत्रों की माने तो अस्पताल प्रशासन द्वारा शासन को सुविधाओं और डॉक्टरों की कमी के संबंध में कई बार अवगत कराया जा चुका है पर किसी के कान पर जूं तक अभी तक नहीं रेंगा।
जिला अस्पताल से नवंबर माह में करीब 111 मरीजों को हायर सेंट्रल के लिए रेफर किया गया था, जो कि अस्पताल के रिकार्ड में है।


Conclusion:अस्पताल का प्रोजेक्ट और हाल ---
नोएडा का जिला अस्पताल आपको बता दें कि करीब 600 करोड़ रुपए की लागत से बनाया गया और यह अस्पताल पूर्व मुख्यमंत्री मायावती का ड्रीम प्रोजेक्ट भी कहा जाता है। इस अस्पताल को सरकारें बदलती गई तो अपने हिसाब से चलाना शुरु कर दिया। अस्पताल को दो पाटों मे बांट दिया गया जिसके चलते अस्पताल बड़ा होने की जगह छोटा होता गया।
वहीं अब जो मरीज बेहतर इलाज के लिए आते हैं उन्हें हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया जाता है , देखा जाए तो जिला अस्पताल सिर्फ मरीजों को रेफर करने का अस्पताल बनकर रह गया है।

टीटी ---डॉक्टर अभिषेक त्रिपाठी ईएमओ जिला अस्पताल नोएडा।
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