नई दिल्ली/ नोएडा: दिल्ली से सटे नोएडा के सेक्टर 30 में बना जिला अस्पताल में सुविधाओं के अभाव के चलते मरीजों को हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया जाता है. इस तरफ प्रशासन कोई ध्यान नहीं दे रहा.
क्या कहते है डॉक्टर
अस्पताल में वेंटिलेटर, आई सी यू ,और न्यूरो सर्जन नहीं है. इसके साथ ही कई छोटी-छोटी सुविधाएं अस्पताल में नहीं है. सुविधाओं के अभाव के चलते प्रतिदिन 20 से 25 मरीजों को नोएडा के जिला अस्पताल से हायर सेंटर में रेफर किया जाता है. कहा जाता है कि यह अस्पताल गरीबों के लिए बनाया गया है, जहां एक रुपए की पर्ची बनने के बाद मरीजों को सारी सुविधांए मिलेगी. ये बात नोएडा के जिला अस्पताल के ईएमओ डॉक्टर अभिषेक त्रिपाठी ने बताई.
अस्पताल के सूत्रों की माने तो अस्पताल प्रशासन द्वारा शासन को सुविधाओं और डॉक्टरों की कमी के संबंध में कई बार अवगत कराया जा चुका है. लेकिन उसके बाद भी हालात वैसे के वैसे ही हैं. अस्पताल से नवंबर महीने में 111 मरीजों को रेफर किया गया है.
अस्पताल का प्रोजेक्ट और हाल
नोएडा का जिला अस्पताल करीब 600 करोड़ रुपए की लागत से बनाया गया है और यह अस्पताल पूर्व मुख्यमंत्री मायावती का ड्रीम प्रोजेक्ट भी कहा जाता है. अस्पताल को दो पार्ट्स मे बांट दिया गया है, जिसके चलते अस्पताल बड़ा होने की जगह छोटा होता गया.
वहीं अब जो मरीज बेहतर इलाज के लिए उन्हें हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया जाता है , देखा जाए तो जिला अस्पताल सिर्फ मरीजों को रेफर करने का अस्पताल बनकर रह गया है.