नई दिल्ली/नोएडा: प्रधानमंत्री मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट जेवर इंटरनेशनल ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट का काम लॉकडाउन की वजह से रुक गया था हालांकि अनलॉक होने के बाद काम ने एक बार फिर तेजी पकड़ ली है.
कंसेशन एग्रीमेंट साइन होने के बाद मास्टर प्लान पेश किया जाएगा और जेवर एयरपोर्ट की नींव रख निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा. 29,560 करोड़ रुपये की लागत से जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट की नींव रखी गई है. जेवर एयरपोर्ट से पहली उड़ान 2023 में प्रस्तावित है.
ये है करंट स्टेटस
यमुना प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ. अरुणवीर सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि ज़्यूरिख़ इंटरनेशनल एयरपोर्ट एजी और यमुना एंटरप्रेन्योर एयरपोर्ट लिमिटेड दोनों कंपनी को होम मिनिस्ट्री से सिक्योरिटी क्लीयरेंस मिल गया है.
हालांकि क्लीयरेंस मिलने के 45 दिनों में अंदर कन्सेशन अग्रीमेंट पर हस्ताक्षर करने होते हैं क्योंकि कोरोना काल की वजह से कंपनी के डायरेक्टर कोल आलमपुर और यूरिक में है ऐसे में अंतरराष्ट्रीय उड़ानें बंद हैं, उम्मीद है कि 17 अगस्त तक अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू हो जाएंगी और उसके बाद हस्ताक्षर के बाद मास्टर प्लान शुरू बनेगा और जल्द काम शुरू हो जाएगा.
काम में तेजी लाने की कवायद शुरू
उम्मीद जताई जा रही थी कि गृह मंत्रालय से सिक्योरिटी क्लीयरेंस मिलने के बाद जेवर इंटरनेशनल ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट का काम जल्द शुरू हो जाएगा, लेकिन लॉकडाउन होने की वजह से काम थम गया है. प्राधिकरण की तरफ से उम्मीद जताई जा रही है कि 17 अगस्त तक अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू हो जाएंगी और जेवर एयरपोर्ट की रुकी प्रक्रिया में तेजी.