नई दिल्ली/नोएडा: अबतक सरकार के भरोसे रहने वाले लोगों ने अब कोरोना महामारी से बचने के लिए कदम उठाने शुरू कर दिए हैं. सेक्टर-93 स्थित एल्डिको यूथोपिया सोसाइटी ने पहल की है और कुछ कमरे तैयार किए है जहां कोरोना के लक्षण मिलने की स्थिति में उन्हें इन कमरों में अलग रखा जाएगा. यहां आक्सीजन, ऑक्सीमीटर आदि उपकरण की भी व्यवस्था की गई है. जैसे ही मरीज को अस्पताल में बेड मिलेगा उसे भेज दिया जाएगा. किसी भी कोरोना पॉजिटिव मरीज को यहां नहीं रखा जाएगा.
आपात स्थिति के लिए सोसाइटी में बने कमरे
एल्डिको यूथोपिया सोसाइटी पहली सोसाइटी है जिसमें पांच अलग-अलग कमरों की व्यवस्था की है. इन कमरों में टीवी, फ्रीज सहित अन्य सुविधाएं भी होंगी. सभी कमरों में अटैच बाथरूम है. जिससे किसी भी संदिग्ध मरीज को रखने में दिक्कत या परेशानी न हो. इन कमरों की निगरानी के लिए भी एक टीम बनाई गई है. जो वहां की सफाई व अन्य कार्यों की देखरेख करेगी. बता दें कि कोरोना के इलाज के बाद स्वस्थ होने वाले मरीज भी यहां रह सकते हैं.
एल्डिको सोसाइटी के अध्यक्ष प्रमोद मिश्रा ने बताया कि यहां के लोगों का मानना है लगातार कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ रही है. ऐसे में इस तरह की व्यवस्था होनी चाहिए और हमने एक छोटी सी पहल की है.
'नियमों के अनुसार करेंगे काम'
एल्डिको सोसाइटी के अध्यक्ष प्रमोद मिश्रा ने बताया कि यह न तो आइसोलेशन वार्ड है न ही क्वारंटाइन. यह आपात स्थिति में सोसाइटी के लोगों को रखने के लिए बनाया गया है. उन्होंने बताया कि अभी कई ऐसे मामले आ रहे हैं कि लोगों को अस्पतालों में बेड नहीं मिल रहे हैं. इस स्थिति में हम अपने सोसाइटी के लोगों को यहां रख सकेंगे, क्योंकि बेड नहीं मिलने से परेशानी बढ़ जाती है.
सोसाइटी में डॉक्टर भी हैं जो निशुल्क स्वास्थ्य जांच करेंगे. जैसे ही मरीज को अस्पताल में बेड मिलेगा भेज देंगे. किसी भी कोरोना पॉजिटिव मरीज को यहां नहीं रखा जाएगा. केंद्र, प्रदेश, जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के नियमों के अनुसार ही हम काम करेंगे. उनके सुझाव का स्वागत करेंगे, साथ ही भविष्य में उनके निर्देशों का भी पालन करेंगे.