नई दिल्ली/नोएडा: राजधानी दिल्ली से सटे नोएडा के सेक्टर 24 स्थित आयकर निदेशालय (सूचना एवं आपराधिक अन्वेषण) की तरफ से गौतमबुद्ध नगर के सब रजिस्ट्रार के साथ बैठक की गई.
SFT भरने की बात कही गई
स्टेटमेंट ऑफ फाइनेंसियल ट्रांसक्शन को लेकर बैठक हुई और साथ ही SFT के फॉर्म और टेक्निकल बिंदुओं पर चर्चा की गई. बैठक में प्रिंसिपल कमिश्नर राजू त्यांग, असिस्टेंट डायरेक्टर हिमांशु रयाल मौजूद रहे.
![Income tax monitored SFT with help of government departments in noida](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/up-gbn-01-income-tax-sfp-vis-7202503_20092019131832_2009f_1568965712_618.jpg)
विभागों के साथ बैठक कर 30 लाख से ज्यादा की प्रॉपर्टी खरीदने और बेचने पर SFT यानि स्टेटमेंट ऑफ फाइनेंसियल ट्रांसक्शन भरने की बात कही गई है. आयकर विभाग के द्वारा बैंक में एक बार में 2 लाख से ज्यादा या साल में 10 लाख से ज्यादा ट्रांजक्शन, प्रॉपर्टी में 30 लाख से ज्यादा की खरीद या बेचने वाले और लक्जरी कार में 10 लाख का कैश देने वालों पर नजर रखी जा रही है. वहीं 10 लाख से 30 लाख तक के बीच के ट्रांजक्शन के कागजों को संबधित रजिस्ट्रार विभाग 6 साल तक रिकॉर्ड के तौर पर रख सकता है.
'SFT का उद्देश्य किसी को परेशान करना नहीं'
असिस्टेंट डायरेक्टर आयकर विभाग हिमांशु रयाल ने बताया कि सब रजिस्ट्रार ऑफिसर्स के साथ वर्क शॉप कार्यक्रम किया गया है. SFT को लेकर टेक्निकल और फॉर्म संबधित जानकारी दी गई है, ताकि SFT भरते वक्त एरर न हो. उन्होंने साफ किया कि SFT का उद्देश्य किसी को परेशान करना नहीं है.