नई दिल्ली/नोएडा : पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के जन्म दिवस ((Jawaharlal Nehru birth)के मौके पर नोएडा के सेक्टर 108 स्थित पुलिस कमिश्नर कार्यालय में नन्हे परिंदे योजना (Nanhe parindey scheme) के तहत एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें एससीएल और चेतना एनजीओ के माध्यम से दो मोबाइल बसों को पुलिस कमिश्नर द्वारा हरी झंडी दिखा कर रवाना किया गया. इस मौके पर 108 ऐसे स्ट्रीट बच्चों को शिक्षा व्यवस्था के दायरे में लाया गया जो पढ़ाई से वंचित थे.
इस अवसर पर पुलिस कमिश्नर द्वारा 69 स्ट्रीट बच्चों को स्कूलों में नामांकित किया गया है, जबकि 39 बच्चों को ओपन बेसिक एजुकेशन (open basic education) श्रेणी में नामित किया गया. 332 से अधिक बच्चों ने बाल अधिकार, सुरक्षित और असुरक्षित स्पर्श, नेतृत्व और योजना निर्माण लेने और आत्म जागरूकता जैसे नए जीवन कौशल सीख कर अपने जीवन को सुधारने का संकल्प लेने का काम किया गया. इस अवसर पर पुलिस कमिश्नर द्वारा शिक्षा प्राप्त करने वाले कुछ छात्रों को प्रमाण पत्र भी दिया गया.
जनवरी 2021 में शुरू की गई इस योजना को एचसीएल और चेतना एनजीओ संस्था के साथ मिलकर पुलिस ने शुरू किया था. इस योजना के तहत स्ट्रीट बच्चों (street kids) को उनके द्वार जाकर शिक्षा देने का काम किया गया. इसी योजना के तहत नोएडा के सेक्टर 108 स्थित पुलिस कमिश्नर कार्यालय (Police Commissioner Office) में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें बच्चों द्वारा नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया गया. साथ ही पुलिस कमिश्नर ने इन बच्चों को सर्टिफिकेट भी दिए.
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वहीं बाल दिवस के अवसर पर उपस्थित बच्चों के साथ पुलिस कमिश्नर ने केक काटा. इस मौके पर 108 ऐसे बच्चों को शिक्षा व्यवस्था के दायरे में लाए गया. जो स्कूल जाने से वंचित चल थे. साथ ही दो मोबाइल शिक्षा वैन को भी पुलिस कमिश्नर द्वारा हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया, जिसके चालक के रूप में महिलाएं तैनात की गई हैं. जो इंडस्ट्रियल एरिया में घूमकर स्ट्रीट बच्चों (Police Commissioner Office) को शिक्षा देने का काम करेंगी. यह मोबाइल बैन आधुनिक सुविधाओं से लैस है.
गौतम बुध नगर जिले के पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह का कहना है कि नन्हे परिंदे पहल का उद्देश्य कमजोर बच्चों को एक सुरक्षित स्थान प्रदान करना है, जहां वे वैकल्पिक शिक्षा कला और शिल्प आत्मरक्षा में प्रशिक्षण लिंग और समावेश पोषण के अवसर और सावधानीपूर्वक तैयार किए गए पाठ्यक्रम के माध्यम से प्राप्त कर सकें.
उन्होंने कहा कि इस योजना से उन बच्चों को विशेष लाभ मिलेगा और मिल रहा है जो शिक्षा से काफी दूर हैं. स्लम एरियाओं के साथ ही इंडस्ट्रियल एरिया में भी शिक्षा वैन जाकर बच्चों को शिक्षा देने का काम निशुल्क कर रही है, पूर्व में इस शिक्षा का काफी लाभ बच्चों को मिल चुका है. जनपद में कुल चार शिक्षा वैन वर्तमान स्थिति में चल रही है.