नई दिल्ली/नोएडा: जेपी बिल्डर्स के खिलाफ होम बायर्स ने मोर्चा खोल दिया है. लंबे वक्त से अपने फ्लैट का इंतजार कर रहे परिवार सड़कों पर बैठकर धरना देने को मजबूर हैं. सेक्टर-62 में बायर्स ने एक बार फिर धरना प्रदर्शन किया. इन परिवारों ने सरकार और प्रशासन से मदद की मांग की है.
जेपी इंस्टीट्यूट ऑफ इनफॉरमेशन एंड टेक्नोलॉजी के बाहर धरने पर बैठे बायर्स का कहना है साल 2008 में पैसे दिए 3 साल बाद पजेशन देना था. 8 साल बाद फिर कह रहे कि 3 साल में फ्लैट दे देंगे. प्रदर्शन कर रहे खरीददार एस.के.सूरी ने बताया कि 10 साल से ज्यादा का वक्त बीत गया है. 95% पैसा जमा कर दिया गया है. जेपी बिल्डर ने बायर्स को मीठी मीठी बात फंसाकर उनसे सिग्नेचर करवाए और अब फ्लैट नहीं दिया जा रहा.
'करेंगे भूख हड़ताल'
फ्लैट खरीददारों का कहना है कि वो अपनी बात सरकार तक पहुंचाने के लिए अब भूख हड़ताल करेंगे. कुछ खरीददारों ने मकान भी कैंसिल कर दिया, लेकिन उनके पैसे लौटाए नहीं गए. बिल्डर ने 10 हज़ार रुपये दिए बाकी लाखों रुपये वापस करने का नाम नहीं ले रहा.
एक अन्य खरीददार ने अजय कौल ने बताया कि प्रदर्शन बायर्स के हक के लिए है. पिछले 10 सालों से ना कोई कानून मदद कर रहा है और ना ही सरकार.
'फुटबॉल बना दिया गया'
खरीददारों के मुताबिक उन्हें फुटबॉल बना दिया गया है, कभी RERA भेजा जा रहा है, तो कभी कंज्यूमर कोर्ट, कभी सुप्रीम कोर्ट, तो कभी NCELT. लेकिन हल नहीं निकल रहा. होम बायर्स ने 25 हजार करोड़ रुपए जेपी बिल्डर को दिया लेकिन आज तक कोई कंस्ट्रक्शन नहीं किया गया. 20-22 हजार फ्लैट्स बनाने के वादा किया था लेकिन कोई काम नहीं हुआ.
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि कंपनी को दोबारा खड़ा करने के लिए JP बिल्डर बायर्स का भरोसा जुटा रहा है क्योंकि जेवर एयरपोर्ट भी बन रहा है ऐसे में उसे और प्रोजेक्ट दिखाई दे रहे हैं. लेकिन इस बार फ्लैट खरीदने वाले लोग इनके झांसे में नहीं आएंगे और जब तक फ्लैट नहीं मिलते तब तक ऐसे ही विरोध किया जाएगा.