नई दिल्ली: दिल्ली की वर्तमान कोरोना स्थिति को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने संतोषजनक बताया है. उन्होंने कहा कि संक्रमण दर में करीब 80 फीसदी की कमी आ गई है. और अब तीसरी लहर खत्म हो रही है.
कोरोना नियमों का पालन जरूरी
सत्येंद्र जैन ने कहा कि कल 50 लोगों की कोरोना से मौत हुई और यह आंकड़ा बीते 40 दिनों में सबसे कम है. उन्होंने कहा कि संतोष की बात है कि कोरोना कम हो रहा है और अब टेक्निकली कह सकते हैं कि थर्डवेव खत्म हो रही है. हालांकि स्वास्थ्य मंत्री ने दिल्ली वासियों से अपील की कि बचाव के नियमों का पालन जरूर करें. मास्क जरूर लगाएं. ताकि हम जल्द से जल कोरोना को हरा सकें.
हेल्थ वर्कर्स की मेहनत का नतीजा
दिल्ली में कोरोना पर नजर रखने के लिए केंद्र द्वारा गठित समिति के अध्यक्ष वीके पॉल ने बीते दिनों दिल्ली की कोरोना स्थिति को लेकर संतोष जाहिर किया था. इसपर सत्येंद्र जैन ने कहा कि यह दिल्ली के फ्रंटलाइन वर्कर्स और हेल्थ वर्कर्स की मेहनत का नतीजा है. मौत में कमी हो रहे मामलों पर सत्येंद्र जैन का कहना था कि जब प्रदूषण के साथ साथ कोरोना बढ़ा, तब बहुत लोगों की तबीयत खराब हुई. अभी भी उनमें से बहुत लोग अस्पताल में हैं.
कम हो रहे मौत के मामले
सत्येंद्र जैन का कहना था कि ऐसे मामलों में असर 2-3 हफ्ते बाद से दिखना शुरू होता है. अब जब मामले कम होने लगे हैं तो मौत के मामले भी धीरे धीरे कम हो रहे हैं. गौरतलब है कि दिल्ली सरकार ने दिल्ली के प्राइवेट अस्पतालों के 80 फीसदी आईसीयू बेड्स को कोरोना के लिए रिजर्व कर दिया था. लेकिन अब जबकि ज्यादातर आईसीयू बेड्स खाली हैं. ऐसे में उन्होंने कोर्ट में अपील की है कि इस रिजर्वेशन को कम किया जाए.
खाली हैं हजार से ज्यादा बेड्स
इसे लेकर सवाल करने पर सत्येंद्र जैन ने कहा कि इसका रिव्यू किया जाएगा. हालांकि उनका कहना था कि आईसीयू बेड्स की जरूरत इमरजेंसी में पड़ती है और इमरजेंसी में अचानक व्यवस्था नहीं की जा सकती. बाकी बेड्स को लेकर सत्येंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली में अभी 18 हजार से ज्यादा बेड्स हैं, जिनमें से 13 हजार से ज्यादा बेड्स खाली हैं. किसी भी दूसरे राज्य में कोरोना के इतने खाली बेड्स नहीं हैं.
वैक्सीनेशन को लेकर तैयारी दुरुस्त
कोरोना वैक्सीनेशन की तैयारियों को लेकर सत्येंद्र जैन ने कहा कि दो लाख से ज्यादा हेल्थ केयर वर्कर्स का रजिस्ट्रेशन हो चुका है. वैक्सीनेशन में प्राथमिकता हेल्थ केयर वर्कर्स की है. उसके बाद बुजुर्ग और फिर बाकी दिल्ली वाले. हालांकि उनका कहना था कि यह इसपर निर्भर करता है कि दिल्ली को कितनी वैक्सीन मिलती है. लेकिन जब भी मिले. हमारी तैयारी दुरुस्त है. किसान आंदोलन को लेकर सत्येंद्र जैन ने कहा कि सरकार को किसानों की बात मान लेनी चाहिए. इसे ईगो प्रॉब्लम नहीं बनाना चाहिए.