नई दिल्ली: अतिक्रमण के खिलाफ प्राधिकरण लगातार कार्रवाई कर रहा है. अवैध निर्माण पर बुलडोजर चल रहा है. इसी कड़ी में बीते शुक्रवार को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने बिसरख में अधिसूचित जमीन पर हो रहे अतिक्रमण को ढहा दिया. कॉलोनाइजर करीब 35 हजार वर्ग मीटर एरिया पर अवैध कालोनी काट रहे थे. अवैध कब्जे से मुक्त जमीन की कीमत करीब 70 करोड़ रुपये आंकी गई है.
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ व मेरठ मंडलायुक्त सुरेंद्र सिंह के निर्देश पर शुक्रवार को बिसरख में प्राधिकरण की अधिग्रहित व कब्जा प्राप्त जमीन पर अतिक्रमण के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई. इस कार्रवाई का नेतृत्व कर रहे ओएसडी सौम्य श्रीवास्तव ने बताया कि बिसरख गांव के खसरा नंबर-112, 113 व 125 की जमीन ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की कब्जा प्राप्त जमीन है. कॉलोनाइजर यहां की करीब 35 हजार वर्ग मीटर जमीन पर अवैध कालोनी काट रहे थे.
परियोजना विभाग के वर्क सर्किल तीन के वरिष्ठ प्रबंधक चेतराम, प्रबंधक चरण सिंह व राजेश कुमार निम प्राधिकरण के सुरक्षाकर्मियों के साथ मौके पर पहुंचे. चार जेसीबी/बुलडोजर व चार डंफर लगाकर अवैध अतिक्रमण को ध्वस्त कर दिया. सुबह 9.30 बजे से दोपहर एक बजे तक कार्रवाई चली. जमीन की कुल कीमत करीब 70 करोड़ रुपये आंकी गई है. ओएसडी सौम्य श्रीवास्तव ने सरकारी जमीन पर अवैध कॉलोनी काटने वालों को सख्त चेतावनी दी है कि दोबारा अवैध निर्माण करने की कोशिश की तो कड़ी कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी.
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ व मेरठ मंडलायुक्त सुरेन्द्र सिंह ने कहा है कि अधिसूचित एरिया में अवैध निर्माण करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा. ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई लगातार जारी रहेगी. अवैध निर्माण को ध्वस्त करने के साथ ही कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी. उन्होंने इन कालोनाइजरों से सस्ते रेट के चक्कर में जमीन खरीदने वालों को आगाह किया है कि वे अपनी गाढ़ी कमाई को इस तरह न फंसाएं.
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