नई दिल्ली/नोएडा: होम आइसोलेशन को लेकर गौतमबुद्ध नगर ज़िला प्रशासन ने तैयारी कर ली है. डीएम सुहास एलवाई ने बताया कि जिले में 20 रैपिड रिस्पॉन्स एक्शन टीम बनाई गई है. RRT टीम कोविड-19 मरीज़ से पहले उनका हाल जानेंगी और स्क्रीनिंग करेगी और उसके बाद तय किया जाएगा मरीज़ को होम आइसोलेशन की अनुमति दी जाएगी या नहीं.
साथ ही होम आइसोलेशन की गाइडलाइन्स के मुताबिक घर में दो शौचालय और एक व्यक्ति की देखभाल के लिए समेत सभी मूलभूत सुविधाएं जरूरी है. इसकी जांच पड़ताल के बाद ही होम आइसोलेशन की अनुमति दी जाएगी.
'होम आइसोलेशन सेल गठित'
डीएम ने बताया कि होम आइसोलेशन की मॉनिटरिंग के लिए इंटीग्रेटेड आइसोलेशन सेल का गठन किया गया है. जिसमें राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान के 5 डॉक्टर और जिला स्वास्थ्य विभाग के 5 डॉक्टर रोजाना होम आइसोलेशन के मरीजों से बातचीत कर उनका हाल जानेंगे.
ऑक्सीजन लेवल ब्लड प्रेशर और शुगर लेवल के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे और आवश्यकता हुई तो होम आइसोलेशन मरीज को एंबुलेंस की मदद से इंस्टीट्यूशनल क्वारंटीन भी किया जाएगा. हालांकि होम आइसोलेशन की इजाजत दी गई है लेकिन मृत्यु दर जिले में ना बढ़े इसका भी ध्यान रखा जाएगा
'हजारों रुपये नहीं करने होंगे खर्च'
गौतमबुद्ध नगर जिलाधिकारी सुहास एल.वाई ने होम आइसोलेशन के वक़्त 10 हज़ार रुपये किट की अफ़वाह पर विराम लगाते हुए कहा कि होम आइसोलेशन के दौरान कोविड-19 मरीज को किसी भी तरीके की किट नहीं खरीदनी होगी.
स्वास्थ्य विभाग की तरफ से निःशुल्क दवाएं मुहैया कराई जाएंगी, लेकिन मरीज के शरीर में लगातार ऑक्सीजन की आपूर्ति को मॉनिटर करने के लिए मरीज को खुद ऑक्सीपल्स मीटर खरीदने की आवश्यकता होगी.