नई दिल्ली/नोएडा : उत्तर प्रदेश में आगामी 2022 विधानसभा चुनाव से पहले ही भगवान परशुराम पर राजनीति तेज हो गई है. दरअसल उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी द्वारा ब्राह्मण सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है, जिससे ब्राह्मण समाज को जोड़ने की कवायद तेज कर दी गई है. इसी क्रम में समाजवादी पार्टी के पूर्व मंत्री अभिषेक मिश्रा नोएडा सेक्टर-23 पहुंचे और ब्राह्मण सम्मेलन आयोजन में हिस्सा लिया. इस दौरान उन्होंने ब्राह्मणों के एकजुटता की बात कही और भगवान परशुराम की मूर्ति बनाने में सहयोग भी मांगा.
'राम-परशुराम दोनों हमारे'
समाजवादी सरकार में पूर्व मंत्री अभिषेक मिश्रा ने कहा कि उत्तर प्रदेश के दौरे पर निकले हैं. परशुराम की मूर्ति की स्थापना को लेकर चर्चा की गई है और पूरे उत्तर प्रदेश में इसको लेकर संगठन बनाया जा रहा है. उन्होंने कहा ट्रस्ट बनाकर लोगों को जोड़ने का काम किया जा रहा है. साथ ही अगर ब्राह्मण समाज के लोगों पर कोई अत्याचार और अन्याय होगा उसकी आवाज मिलकर उठाई जाएगी. पूर्व मंत्री अभिषेक मिश्रा ने कहा कि हम सभी की बात करते हैं. भगवान राम की भी और परशुराम की भी. भारतीय जनता पार्टी में क्यों खलबली है यह समझ से परे है.
BJP पर पलटवार
हाल ही में जारी हुई समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष की लिस्ट में ब्राह्मण चेहरा ना होने के सवाल पर अभिषेक मिश्रा ने उल्टा भारतीय जनता पार्टी पर सवाल दागते हुए हुए कहा कि भारत के कई राज्यों में उनकी सरकार है. भारतीय जनता पार्टी जवाब दे कि क्यों उन्होंने किसी ब्राह्मण समाज के नेता को मुख्यमंत्री नहीं बनाया.