नई दिल्लीः दिल्ली डिस्ट्रिक्ट एंड क्रिकेट एसोसिएशन (डीडीसीए) के चुनाव में मंगलवार को नाम वापसी की प्रक्रिया संपन्न हुई. दो दिन सोमवार और मंगलवार को चली नाम वापसी की प्रक्रिया में 75 लोगों ने नाम वापस लिए. वहीं, एक व्यक्ति द्वारा चार पदों के लिए भरे गए नामांकन पत्रों को वापस नहीं लेने के कारण उनके सभी नामांकन रद्द कर दिए गए. इस तरह नाम वापसी और रद्द नामांकन को मिलाकर कुल 79 उम्मीदवार चुनाव मैदान से बाहर हो गए. चुनावी मैदान में बचे प्रत्याशियों की अंतिम सूची बुधवार को जारी की जाएगी.
हालांकि, वैसे तीनों पैनलों के प्रत्याशियों की तस्वीर आज साफ हो गई है. पहले दिन अलग-अलग पदों से 39 लोगों ने नाम वापस लिए तो, दूसरे दिन 36 लोगों ने अलग-अलग पदों से अपने नाम वापस लिए. वहीं, दूसरे दिन नाम वापस लेने वालों में सबसे बड़ा नाम पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता रहे स्वर्गीय अरुण जेटली की पत्नी संगीता जेटली रहीं. उन्होंने डीडीसीए अध्यक्ष पद पर दाखिल किया गया अपना नामांकन वापस ले लिया.
रोहन जेटली का मुकाबला कीर्ति आजाद से: संगीता जेटली के नामांकन वापस लेने के बाद रोहन जेटली ही अपने पैनल से अध्यक्ष पद के प्रत्याशी होंगे. रोहन जेटली का मुकाबला पूर्व क्रिकेटर व टीएमसी सांसद कीर्ति आजाद से होगा. इस बार के डीडीसीए चुनाव में पिछले चुनाव की तरह ही तीन पैनल होंगे. इनमें दो पैनल के अध्यक्ष पद के प्रत्याशी रोहन जेटली ही हैं. जबकि एक पैनल जिसका नेतृत्व कीर्ति आजाद कर रहे हैं, उससे अध्यक्ष पद के प्रत्याशी कीर्ति आजाद हैं.
बता दें कि रोहन जेटली को अध्यक्ष पद पर विनोद तिहारा पैनल का भी समर्थन हासिल है. तिहारा पैनल ने डीडीसीए अध्यक्ष पद को छोड़कर बाकी के चार पदों उपाध्यक्ष, सचिव, संयुक्त सचिव और कोषाध्यक्ष पद के साथ ही डीडीसीए डायरेक्टर के सात पदों पर भी अपने प्रत्याशी घोषित किए हैं. वहीं, रोहन जेटली और कीर्ति आजाद पैनल ने डीडीसीए के सभी पांच पदों और डायरेक्टर के सभी सात पदों पर अपने-अपने प्रत्याशी घोषित किए हैं. इस तरह से डीडीसीए चुनाव में तीनों पैनलों के बैनर तले चुनाव लड़ने वालों की तस्वीर साफ हो गई है. तिहारा ग्रुप को उत्तर-पूर्वी जिले के डीसीपी राकेश पावरिया ग्रुप का भी समर्थन हासिल है.
किस पैनल को किसका समर्थन: डीडीसीए चुनाव में हर साल कई ग्रुप सक्रिय रहते हैं. चुनाव की प्रक्रिया के शुरू में सभी ग्रुप अपने-अपने समर्थित प्रत्याशियों का सभी पदों पर नामांकन करा देते हैं. इसके बाद चुनाव लड़ने वाले मुख्य पैनलों के साथ समर्थन को लेकर सौदेबाजी करते हैं. नाम वापसी के दिन तक इनकी किसी न किसी पैनल के साथ किसी एक पद पर लड़ने को लेकर बात बन जाती है. इसके बाद अन्य पदों से ये ग्रुप अपने प्रत्याशियों के एक पद को छोड़कर बाकी पदों से नाम वापस करा लेते हैं. नाम वापसी के बाद अंतिम रूप से फिर सभी पैनलों की तस्वीर साफ हो जाती है. बता दें कि डीडीसीए के अलग-अलग पदों के लिए कुल 129 लोगों ने नामांकन किए थे. चुनाव में डीडीसीए के करीब 3500 सदस्य मतदाता 13, 14 व 15 दिसंबर को मतदान करेंगे. वहीं, 16 दिसंबर को मतगणना होगी.
किस पैनल से कौन उम्मीदवार:
पद का नाम | रोहन जेटली पैनल प्रत्याशी | कीर्ति आजाद पैनल प्रत्याशी |
अध्यक्ष | रोहन जेटली | कीर्ति आजाद |
उपाध्यक्ष | शिखा कुमार | सुधीर अग्रवाल |
सचिव | अशोक शर्मा | संजय भारद्वाज |
संयुक्त सचिव | अमित ग्रोवर | कमल चोपड़ा |
कोषाध्यक्ष | हरीश सिंगला | गुरप्रीत सिंह |
अपने-अपने पैनल की जीत का दावा: रोहन जेटली पैनल के चुनाव संयोजक राजन मनचंदा ने ईटीवी भारत के साथ बातचीत में कहा कि अरुण जेटली स्टेडियम में कराया गया विकास और सदस्यों के लिए की जाने वाली सुविधाओं के आधार पर हम एक बार फिर जीत दर्ज करेंगे. पिछले चार साल में स्टेडियम में रोहन जेटली के नेतृत्व में बहुत काम हुआ है. वर्ल्डकप के मैचों के लिए स्टेडियम को तैयार कराया गया. रोहन जेटली का काम बोलता है. इसलिए चुनाव जीतने में उनके पैनल को कोई समस्या नहीं होगी. वहीं, कीर्ति आजाद पैनल से सचिव पद के प्रत्याशी संजय भारद्वाज ने कहा कि इस बार डीडीसीए में बदलाव जरूर होगा. अगर डीडीसीए अभी नहीं बदलेगा तो कभी नहीं बदलेगा. उन्होंने पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आजाद के नेतृत्व में अपने पैनल की जीत का दावा किया.
ये भी पढ़ें: