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विदेशी महिलाएं ले रही भारतीयों को झांसे में, ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर हो रही ठगी - नोएडा थाना की साइबर क्राइम प्रभारी रीता यादव

अत्यधिक धन कमाने के लालच में भारतीय अब विदेशी महिलाओं के झांसे में आ रहे हैं. साइबर क्राइम थाना नोएडा सेक्टर 36 की प्रभारी निरीक्षक रीता यादव ने बताया कि ट्रेडिंग के लिए असली वेबसाइट की तरह नकली वेबसाइट बनाकर भारतीय लोगों को निशाना बनाया जा रहा है. पढ़िए इस रिपोर्ट में कैसे भारतीय नागरिक ही विदेशी ठगों का साथ दे रहे हैं. Foreign women doing cyber fraud from Indians

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Published : Sep 11, 2022, 11:13 AM IST

नई दिल्ली/नोएडाः आप अगर किसी अज्ञात नंबर से बात करके अपना डिटेल दे रहे हैं और किसी वेबसाइट के लिंक को खोल कर उस पर अपना डिटेल भर रहे हैं तो मानिए आप ठगी के शिकार हो गए हैं. इसके साथ ही अगर आपको कोई क्रिप्टो या अन्य तरीके से रातों-रात अत्यधिक पैसा कमाने का लालच दे रहा है तो उसके जाल में फंसने से आपको बचने की जरूरत है. अन्यथा आप साइबर ठगी के शिकार हो जाएंगे. यह बातें साइबर क्राइम थाना नोएडा सेक्टर 36 की प्रभारी निरीक्षक रीता यादव ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में कही. Foreign women doing cyber fraud from Indians

रीता यादव ने बताया कि अक्सर लोग अत्यधिक पैसा कमाने के लालच में आकर विदेशों में बैठी हुई महिलाओं के झांसे में आ जाते हैं और अपना पैसा गवां बैठते हैं. उन्हें खुद को ठगा हुआ तब महसूस होता है, जब उनके बैंक खाते से लाखों रुपए अन्य खाते में चला जाता है. उन्होंने बताया कि लोग अपनी लापरवाही और लालच में आकर ठगी का शिकार होते हैं. इसके साथ ही विदेशों में साइबर अपराध करने वाले लोग भारतीय मूल के लोगों की सहायता से भारतीय लोगों को ठगने का काम इस समय काफी तेजी से कर रहे हैं.

ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर हो रही ठगी
उन्होंने बताया कि वर्तमान समय में साइबर अपराध करने वाले ज्यादातर क्रिप्टो में इन्वेस्टमेंट कर अधिक लाभ कमाने का झांसा देकर विभिन्न भारतीय खातों में पैसा ट्रासफर कराते हैं. उस खाताधारकों द्वारा 10 से 15 प्रतिशत कमीशन पर उस पैसे को Crypto Treading App के वॉयलेट पर डिपोजिट कराते हैं और उस पैसे को उनके द्वारा USDT में ट्रासफर कर दिये जाते है. फिर उसे Wallet Address पर ट्रांसफर कर लिया जाता है. अभी तक की जांच में Binance के 56 वॉलेट में लगभग 25 करोड़ की धनराशि का ट्रांसफर होना पाया गया, जिसमें छह वॉलेट भारत के और शेष वॉलेट चाइना, फिलीपींस, मलेशिया, नेपाल, सिंगापुर और अन्य देशों से सम्बंधित हैं.

ये भी पढ़ेंः गूगल का इस्तेमाल कर ठगी का नया तरीका, रहें सावधान

रीत यादव ने बताया कि क्रिप्टो ट्रेडिंग के नाम पर हो रही ऑनलाइन ठगी में प्रयुक्त फर्जी कंपनियों के खाते और क्रिप्टो वॉलेट आपस में लिंक हैं और कई हजार करोड़ रूपए की ठगी अब तक प्रकाश में आ चुकी है. ऑनलाइन ट्रेडिंग और भिन्न-भिन्न टेलीग्राम ग्रुपों से हो रही धोखाधड़ी में शामिल विदेशी नागरिकों और फर्जी कंपनियों के गठन में शामिल कंपनी के भी प्रकाश में आ रहे है. उन्होंने बताया कि इस प्रकार के अपराध से संबंधित मुकदमे तमिलनाडु, उत्तराखंड, तेलंगाना आदि राज्यों में दर्ज हैं.

ये भी पढ़ें- रायपुर के लोग हर रोज हो रहे साइबर ठगी के शिकार

थाना प्रभारी रीता यादव का कहना है कि साइबर अपराध करने वाले विदेशों में बैठकर असली वेबसाइट की कॉपी करके नई वेबसाइट बनाकर उसका लिंग लोगों को भेजने का काम करते हैं और उन्हें अत्यधिक पैसे कमाने का प्रलोभन दिया जाता है. इसमें शुरुआती दौर में कुछ पैसों का लाभ मिलने के बाद लोग लालच में आते हैं और पैसे इन्वेस्ट करना शुरू कर देते हैं, जिसके बाद उनके खाते से लाखों रुपए चला जाता है. इस तरह की ठगी करने का काम आजकल विदेशी बैठी महिलाओं द्वारा किया जा रहा है. इनका साथ कमीशन के चक्कर में भारतीय मूल के कुछ लोगों द्वारा दिया जा रहा है. इससे हर किसी को आज बचने की जरूरत है. बिना जांच किए किसी भी वेबसाइट या नंबर पर अपना डिटेल कभी ना दें.

नई दिल्ली/नोएडाः आप अगर किसी अज्ञात नंबर से बात करके अपना डिटेल दे रहे हैं और किसी वेबसाइट के लिंक को खोल कर उस पर अपना डिटेल भर रहे हैं तो मानिए आप ठगी के शिकार हो गए हैं. इसके साथ ही अगर आपको कोई क्रिप्टो या अन्य तरीके से रातों-रात अत्यधिक पैसा कमाने का लालच दे रहा है तो उसके जाल में फंसने से आपको बचने की जरूरत है. अन्यथा आप साइबर ठगी के शिकार हो जाएंगे. यह बातें साइबर क्राइम थाना नोएडा सेक्टर 36 की प्रभारी निरीक्षक रीता यादव ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में कही. Foreign women doing cyber fraud from Indians

रीता यादव ने बताया कि अक्सर लोग अत्यधिक पैसा कमाने के लालच में आकर विदेशों में बैठी हुई महिलाओं के झांसे में आ जाते हैं और अपना पैसा गवां बैठते हैं. उन्हें खुद को ठगा हुआ तब महसूस होता है, जब उनके बैंक खाते से लाखों रुपए अन्य खाते में चला जाता है. उन्होंने बताया कि लोग अपनी लापरवाही और लालच में आकर ठगी का शिकार होते हैं. इसके साथ ही विदेशों में साइबर अपराध करने वाले लोग भारतीय मूल के लोगों की सहायता से भारतीय लोगों को ठगने का काम इस समय काफी तेजी से कर रहे हैं.

ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर हो रही ठगी
उन्होंने बताया कि वर्तमान समय में साइबर अपराध करने वाले ज्यादातर क्रिप्टो में इन्वेस्टमेंट कर अधिक लाभ कमाने का झांसा देकर विभिन्न भारतीय खातों में पैसा ट्रासफर कराते हैं. उस खाताधारकों द्वारा 10 से 15 प्रतिशत कमीशन पर उस पैसे को Crypto Treading App के वॉयलेट पर डिपोजिट कराते हैं और उस पैसे को उनके द्वारा USDT में ट्रासफर कर दिये जाते है. फिर उसे Wallet Address पर ट्रांसफर कर लिया जाता है. अभी तक की जांच में Binance के 56 वॉलेट में लगभग 25 करोड़ की धनराशि का ट्रांसफर होना पाया गया, जिसमें छह वॉलेट भारत के और शेष वॉलेट चाइना, फिलीपींस, मलेशिया, नेपाल, सिंगापुर और अन्य देशों से सम्बंधित हैं.

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रीत यादव ने बताया कि क्रिप्टो ट्रेडिंग के नाम पर हो रही ऑनलाइन ठगी में प्रयुक्त फर्जी कंपनियों के खाते और क्रिप्टो वॉलेट आपस में लिंक हैं और कई हजार करोड़ रूपए की ठगी अब तक प्रकाश में आ चुकी है. ऑनलाइन ट्रेडिंग और भिन्न-भिन्न टेलीग्राम ग्रुपों से हो रही धोखाधड़ी में शामिल विदेशी नागरिकों और फर्जी कंपनियों के गठन में शामिल कंपनी के भी प्रकाश में आ रहे है. उन्होंने बताया कि इस प्रकार के अपराध से संबंधित मुकदमे तमिलनाडु, उत्तराखंड, तेलंगाना आदि राज्यों में दर्ज हैं.

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थाना प्रभारी रीता यादव का कहना है कि साइबर अपराध करने वाले विदेशों में बैठकर असली वेबसाइट की कॉपी करके नई वेबसाइट बनाकर उसका लिंग लोगों को भेजने का काम करते हैं और उन्हें अत्यधिक पैसे कमाने का प्रलोभन दिया जाता है. इसमें शुरुआती दौर में कुछ पैसों का लाभ मिलने के बाद लोग लालच में आते हैं और पैसे इन्वेस्ट करना शुरू कर देते हैं, जिसके बाद उनके खाते से लाखों रुपए चला जाता है. इस तरह की ठगी करने का काम आजकल विदेशी बैठी महिलाओं द्वारा किया जा रहा है. इनका साथ कमीशन के चक्कर में भारतीय मूल के कुछ लोगों द्वारा दिया जा रहा है. इससे हर किसी को आज बचने की जरूरत है. बिना जांच किए किसी भी वेबसाइट या नंबर पर अपना डिटेल कभी ना दें.

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